दोहे और उक्तियाँ !!


किसी व्यक्ति से मिलना हो तो मिलने का ढ़ंग अवश्य जान


लेना चाहिए। दूसरों से किस प्रकार बात करनी है और कैसा


व्यवहार करना है - यह समझना बहुत जरूरी है। व्यवहार


 कुशलता एक अनिवार्य सद्गुण है। दम्भी, हठी, आत्ममन्य


व्यक्ति कभी भी अच्छे स्वभाव का उपार्जन नहीं कर सकता।

(स्वामी शिवानन्द ) 

1 comment:

Udan Tashtari said...

सत्य वचन!!

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