दो दिन पहले रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इसका निर्देश दिया था। ऐसा पहली बार है कि इतने वरिष्ठ 'थ्री-स्टार' अधिकारी का कोर्ट मार्शल होगा ।
सेना के प्रवक्ता कर्नल ओम सिंह ने बीबीसी को बताया कि सेना के अनुशासन और सतर्कता विभाग ने रक्षा मंत्रालय को इस संबंध में एक नोट भेजा है ।
बुधवार को रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सेना प्रमुख दीपक कपूर को आदेश दिया था कि वे प्रशासनिक कार्रवाई की बजाए जनरल अवधेश के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें ।
पिछले कुछ दिनो से प्रसार माध्यमों में ऐसी ख़बरें आईं थीं कि पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग के पास सुकना सैनिक स्टेशन के पास एक निजी संस्था को लगभग 70 एकड़ ज़मीन दी गई थी जिसमें कथित तौर पर अनियमितता बरती गई थी ।
किसी भी सेना कैंप के पास ज़मीन ख़रीदने के लिए सुरक्षा कारणों से सेना से ‘नो ऑब्जेक्शन’ प्रमाणपत्र लेना पड़ता है और इसी मामले में सेना के कुछ बड़े अधिकारियों ने कथित तौर पर गड़बड़ी की थी ।
इसमें सेना प्रमुख के सैन्य सचिव लेफ़्टिनेंट जनरल अवधेश प्रकाश समेत चार अधिकारियों के नाम सामने आ रहे हैं ।
इन अधिकारियों के नाम आने के बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने जाँच के आदेश दिए थे और यक़ीन दिलाया था कि गड़बड़ी पाए जाने पर बड़े से बड़े अधिकारी को भी नहीं बख़्शा जाएगा ।
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