इस बार श्रीनगर में गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण नहीं हुआ !!

श्रीनगर के लाल चौक में 19 साल में पहली बार गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण नहीं हुआ। अब तक हर साल सुरक्षाबल यहां पर तिरंगा फहराते रहे हैं। तिरंगा न फहराने का कारण केवल इतना है, कि श्रीनगर की सड़कों पर इन दिनों सन्नाटा पसरा हुआ है। सन्नाटे का कारण ये है कि अलगाववादियों ने घाटी में हड़ताल बुलाई है, जिसके चलते प्रशासन ने यहां काफी कड़ी सुरक्षाबंदोबस्त कर रखे हैं। रोड़ पर निकलना भी मुश्किल है तो फिर तिरंगा फहराने का तो सवाल ही नहीं उठता।

लालचौक के घंटाघर पर 1991 के बाद हर साल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा फहराया जाता था। 1991 में बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके मुरली मनोहर जोशी ने यहां तिरंगा फहराया था। हांलाकि उस वक्त भी श्रीनगर में आतंकियों ने रॉकेट से हमला किया था। और आज भी सीमा पर पड़ोसी गोले बरसा रहे हैं, घुसपैठियों को सीमा में घुसने में मदद कर रहे हैं।


लाल चौक पर तिरंगा क्यों नहीं फहराया गया इस बात को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। अभी कुछ दिन पहले ही इसी लालचौक पर दहशतगर्दों ने 22 घंटे तक आतंक फैलाया था। प्रशासन ने पिछली शाम सुरक्षा में ढ़ील देते हुए कुछ देर के लिए लोगों की सुविधा के लिए छूट दी थी। हांलाकि शहर में चैकिंग लगातार जारी है। गणतंत्र दिवस के मद्देनजर आतंकी हमले की आशंका के चलते यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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