उनका कहना था कि भारत को घुसपैठ और चरमपंथी ख़तरों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए ।
एंटनी ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एक समारोह में हिस्सा लेने के बाद रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जम्मू कश्मीर में विरोधी ताकतें शांति बहाल होते देखना बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं।
पिछले दो महीने में कश्मीर में घुसपैठ के प्रयासों में भी तेजी आई है । जम्मू कश्मीर में 2008 में घुसपैठ की 56 घटनाएं हुईं थीं जो पिछले साल बढ़कर 110 तक पहुंच गईं । भारतीय रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को घुसपैठ के प्रयास और चरमपंथी हमले रोकने के लिए चौकस रहना होगा और सैन्य बलों को निरंतर निगरानी रखनी होगी ।
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