१५ जनवरी को पड़ने वाले सूर्यग्रहण के लिए रॉकेटों की श्रृंखला आसमान में भेजे जाएंगे !!

आगामी 15 जनवरी को पड़ने वाले सूर्यग्रहण के अध्ययन के लिए विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) रोहिणी साउंडिंग रॉकेटों की श्रृंखला आसमान में भेजेगा। इसका मकसद सूर्यग्रहण की वजह से वातावरण में पड़ने वाले प्रभावों की जांच करना है।

वीएसएससी ने एक बयान में कहा कि 14 जनवरी को आरएच-200 और आरएच-300 एमके श्रृंखला के चार रॉकेट अंतरिक्ष की ओर छोड़े जाएंगे। इसके बाद ऐसे ही पांच और प्रक्षेपण किए जाएंगे। इनका काम सूर्यग्रहण संबंधी आंकड़े जमा करना है। इसके अलावा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से भी आरएच 560 एमके श्रृंखला के दो बड़े रॉकेट छोड़े जाएंगे।

सदी के सबसे लंबे सूर्यग्रहण को देखने के लिए 750 ‘एस्ट्रो टूरिस्ट’ देश के पहले ‘एक्लिप्स क्रूज’ से बुधवार को कोच्चि से मालदीव को रवाना होंगे। स्पेस टेक्नॉलाजी एंड एजूकेशन प्राइवेट लि। ने लुइस क्रूजेस के साथ मिलकर एमवी एक्वामरीन में यह ट्रिप आयोजित की है। चार दिन और तीन रात की इस ट्रिप पर 17 हजार से 50 हजार रुपए का खर्चा आएगा।

सूर्यग्रहण के दिन शुक्रवार को कामाख्या मंदिर के पट सुबह 8:45 बजे से सूर्यग्रहण खत्म होने तक शाम करीब 3:38 बजे तक बंद रहेंगे। मंदिर के ट्रस्ट के सचिव नबाकांत शर्मा ने बताया कि यह पहला मौका होगा, जब सूर्यग्रहण के कारण मंदिर के दरवाजे करीब सात घंटे तक बंद रहेंगे।

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