लेकिन अब जब ये सुनने को मिलता है कि खुद पाकिस्तानी धरती को आत्मघाती दहशतगर्दो ने लहुलुहान कर दिया है, तो जहन मतेनए साल की रक्तरंजित शुरूआत के तहत देश के पश्चिमोतर में एक खेल मैदान में ये सवाल उठता है कि पाकिस्तानी धरती पर ही फलफूल रहे ये आंतकी आखिर वहां ही मौत का तांडव क्यंू खेल रहे है। एक और आत्मघाती बम हमलावर के विस्फोटकों से लदे वाहन में धमाका कर देने से कम से 100 लोगों की मौत हो गई और 100 अन्य घायल हो गए ।
अलग घटना में अशांत बाजौर क्षेत्र में एक वाहन को निशाना बनाकर किए गए हमले में तालिबान विरोधी लश्यक नेता ओर पांच अन्य की मौत हो गई। आत्मघाती हमला पश्चिमोतर सीतांत प्रांत के दक्षिण में लक्की मारवात से 25 किलोमीटर दूर स्थित शाह हसनखेल गांव में हुआ । जब हमलावार ने अपने वाहन से मैदान की दीवार में धमाका किया तब वहां बडी तादाद में लोग दो स्थानीय टीमों के बीच वॉलीवाल का मैच देख रहे थे।
1 comment:
जिन बारूदों पर हमने बैठकर गड्ढे खोदे थे
उन्ही बारूदों हमें ही जमिदोश कर दिया,
कुछ ऐसी ही कहानी है पाकिस्तान की
रत्नेश त्रिपाठी
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