
जनवरी महीने की यह तीसरी घटना है और 3 दिसम्बर से अब तक की पाँचवीं , जिनमे तीन डॉक्टर ,एक सोना के व्यापारी और एक ईंटा भट्ठा के मालिक के बेटे को निशाना बनाया गया ।
आज आई एम ए के सदस्यों ने डॉक्टरों पर हो रहे हमले को खतम करने और उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक दिन के बंद का आह्वाहन किया है , जिसमे आपातकालीन सेवा को छोड़ सारी चिकित्सा सुविधाएँ ठप्प रहेगी ।
पुलिस का दावा है कि डॉक्टरों पर हुए हमले के पीछे जिस गिरोह का हाथ है उन तक पहुँचने में सफलता मिल गई है ।यह दावा कहाँ तक सही है यह तो समय ही बताएगा । अब तक व्यापारी आशीष डे जिनकी ह्त्या सितम्बर २००७ में हुई थी , उनके ह्त्या के अपराधियों का पुलिस पता नहीं लगा पाई है ।
एक डॉक्टर जो किसी की जान बचाता है , यदि उनकी जान ही सुरक्षित न हो , तो वे लोगों का इलाज कैसे करेंगे ?
2 comments:
good.its realy sad thet criminals are targetting doctors and innocent citizens.
police people are clueless and criminals are spreading havoc in the city.
no one feels safe despite of tight checkings and honest S.P. in the city.
people should also come forward to save the city from criminals and live with peace.
It is deplorable that life of those who give life to others are in danger. criminals are moving scotfree. KUSUM JI DHANYAVAD, AAPNE SAMAJ KO DARPAN DIKHAYA
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