दूसरी पारी में बांग्लादेश की ओर से मुशफ़िकुर रहीम ने सबसे अधिक 101 रन बनाए जबकि तामिम इक़बाल ने 52 रन का योगदान दिया ।
रहिम के टेस्ट करियर का यह पहला शतक था। उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए हार को कुछ देर के लिए टाल दिया। लेकिन अमित मिश्रा की गेंद पर रहीम का कैच प्रज्ञान ओझा ने लपक लिया ।
इस मैच में अपने टेस्ट करियर का 44वाँ शतक जमाने वाले सचिन तेंदुलकर को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया ।
भारत की ओर से अमित मिश्रा ने 92 रन देकर चार और इशांत शर्मा ने 48 रन देकर तीन बल्लेबाज़ों को पैवेलियन पहुँचाया । ज़हीर ख़ान ने 90 रन देकर दो और वीरेंदर सहवाग ने एक विकेट चटकाए ।
मैच ख़त्म होने के बाद बांग्लादेश के क्रिकेट प्रशासकों ने टेस्ट क्रिकेट में 13 हज़ार रन बनाने वाले तेंदुलकर को एक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । उन्होने अपना 44 वाँ शतक भी बनाया । इसके पहले अपनी दूसरी पारी में भारत ने आठ विकेट के नुक़सान पर 413 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी ।
पहली पारी में मिली एक रन की बढ़त के आधार पर उसने बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 415 रन का लक्ष्य रखा था । बांग्लादेश की दूसरी पारी की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं हुई थी । पहले दिन का खेल ख़त्म होने तक उसने दो विकेट केवल 67 रन पर खो दिए थे।
तामिम इक़बाल और मुशफ़िकुर रहीम के अलावा बांग्लादेश का कोई और बल्लेबाज़ खुलकर नहीं खेल पाया और भारत के गेंदबाज़ नियमित अंतराल पर विकेट चटकाते रहे । भारत ने पहली पारी में 243 रन बनाए थे। इसमें सचिन तेंदुलकर के 105 और वीरेंदर सहवाग के 52 रन शामिल थे ।
पहली पारी में बांग्लादेश की ओर से शानदार गेंदबाज़ी करते हुए शहादत हुसैन ने गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ सहित पाँच बल्लेबाजों को आउट किया था । अपनी पहली पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए बांग्लादेश की पूरी टीम 242 रन बनाकर आउट हो गई थी। महमूदुल्ला ने सबसे अधिक 69 रन का योगदान दिया था। ज़हीर ख़ान और अमित मिश्रा ने तीन-तीन और श्रीसंत व इशांत शर्मा ने दो-दो विकेट लिए थे ।
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