पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जब तक धरेलू या अंतरराष्ट्रीय मजबूरी न हो जरूरत की चीजों के दाम नहीं बढ़ने चाहिए। अगर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवश्यक हो जाता है तो ऐसी स्थिति में कीमतें कम से कम बढ़नी चाहिए।
इस टिप्पणी को पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में यथासंभव कम से कम वृद्धि के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
कांग्रेस की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब पेट्रोल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण से बाहर करने तथा डीजल, रसोई गैस तथा केरोसीन के दाम बढा़ने के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्रिमंडल कल की बैठक में विचार कर सकता है।
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढा़ने के बारे में किरीट पारेख समिति की रिपोर्ट के बारे में सिंघवी ने कहा कि इस रिपोर्ट का सिफारिशी महत्व है। औपचारिक घोषणा से पहले सरकार को इस रिपोर्ट को देखना और इस बारे में निर्णय लेना होगा।
उन्होंने साथ ही कहा कि सरकार द्वारा औपचारिक घोषणा किये जाने से पहले इस बारे में अटकल लगाने का कोई मतलब नहीं हैं।
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