राजपाल सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने जोश, जुनून और तकनीकी कौशल की उम्दा बानगी पेश करते हुए पाकिस्तान को खेल के हर विभाग में उन्नीस साबित कर दिया। मैदान में चारों ओर से आ रही चक दे इंडिया की गूंज के बीच भारत के लिए शिवेंद्र सिंह (26वां मिनट) और संदीप सिंह (35वां और 56वां मिनट) और प्रभजोत सिंह (37वां मिनट) ने गोल दागे।
हाकी प्रेमियों को एशियाई दिग्गजों की इस टक्कर के बेहद रोमांचक रहने की उम्मीद थी लेकिन जीशान अशरफ की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम शुरू ही से दबाव में दिखी। उसके ट्रंपकार्ड माने जा रहे उसके सबसे अनुभवी खिलाड़ी और विश्व रिकार्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास और स्टार स्ट्राइकर रेहान बट भी फार्म में नहीं थे। दूसरी ओर भारतीय खिलाड़ी पूरे मैदान पर छाए रहे।
पहले ही मिनट से भारतीय टीम ने मैच पर शिकंजा कस लिया। भारतीय फारवर्ड लाइन ने पाकिस्तानी गोल पर जमकर हमले बोले जबकि डिफेंडरों ने पाकिस्तान के स्ट्राइकरों को रोके रखा। भारतीय टीम ने गेंद पर नियंत्रण और मैन टू मैन मार्किंग में भी पाकिस्तान को बौना साबित कर दिया। भारतीयों के हर मूव पर मैदान पर मौजूद करीब 15000 दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई।
शुरूआती मिनटों में दोनों टीमें एक दूसरे का आकलन करने में लगी रही। भारत को 17वें मिनट में पहला पेनाल्टी कार्नर मिला जिस पर दिवाकर राम गोल नहीं कर सके। मेजबान को 26वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कार्नर मिला लेकिन संदीप सिंह इसे तब्दील नहीं कर सके। अनुभवी फारवर्ड शिवेंद्र सिंह ने रिबाउंड शाट पर गेंद गोल के भीतर डालकर भारत को बढ़त दिला दी।
इसके चार मिनट बाद पाकिस्तान को पहला पेनाल्टी कार्नर मिला लेकिन अब्बास का शाट गोलपोस्ट के ऊपर से टकराकर निकल गया। इससे मैदान में अच्छी खासी तादाद में जमा पाकिस्तानी समर्थकों को मानों सांप सूंघ गया। पहले हाफ के आखिरी मिनट में संदीप ने ड्रैग फ्लिक पर गोल करके भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी।
दूसरे हाफ में भी भारतीय खिलाड़ी शुरू ही से हावी रहे और 37वें मिनट में प्रभजोत सिंह ने एक और गोल करके मैदान में बैठे दर्शकों को लगभग आंदोलित कर दिया। गोल करने के बाद खुशी में झूमते प्रभजोत टीम डगआउट के पास खड़े मुख्य कोच जोस ब्रासा के गले जा लगे।
पाकिस्तान और सोहेल का आज तकदीर ने भी साथ नहीं दिया और 48वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर उनका शाट एकबार फिर गोलपोस्ट से टकराकर निकल गया। पाकिस्तान को इस बीच दो पेनाल्टी कार्नर और मिले लेकिन दोनों बेकार गए। वहीं बकौल ब्रासा भारतीय टीम के ब्रहमास्त्र संदीप ने 56वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर दूसरा गोल करके भारत की बढ़त 4-0 की कर दी। अब मेजबान की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी।
दो मिनट बाद सोहेल ने आखिरकार पाकिस्तान को मिले छठे पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत की बढत कुछ कम की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। खेल के आखिरी दस मिनट बाकी थे और भारतीय डिफेंस चट्टान की तरह अडिग लग रहा था। वहीं भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने भी बेहद मुस्तैदी दिखाई।
हाकी प्रेमियों को एशियाई दिग्गजों की इस टक्कर के बेहद रोमांचक रहने की उम्मीद थी लेकिन जीशान अशरफ की अगुवाई वाली पाकिस्तानी टीम शुरू ही से दबाव में दिखी। उसके ट्रंपकार्ड माने जा रहे उसके सबसे अनुभवी खिलाड़ी और विश्व रिकार्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास और स्टार स्ट्राइकर रेहान बट भी फार्म में नहीं थे। दूसरी ओर भारतीय खिलाड़ी पूरे मैदान पर छाए रहे।
पहले ही मिनट से भारतीय टीम ने मैच पर शिकंजा कस लिया। भारतीय फारवर्ड लाइन ने पाकिस्तानी गोल पर जमकर हमले बोले जबकि डिफेंडरों ने पाकिस्तान के स्ट्राइकरों को रोके रखा। भारतीय टीम ने गेंद पर नियंत्रण और मैन टू मैन मार्किंग में भी पाकिस्तान को बौना साबित कर दिया। भारतीयों के हर मूव पर मैदान पर मौजूद करीब 15000 दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई।
शुरूआती मिनटों में दोनों टीमें एक दूसरे का आकलन करने में लगी रही। भारत को 17वें मिनट में पहला पेनाल्टी कार्नर मिला जिस पर दिवाकर राम गोल नहीं कर सके। मेजबान को 26वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कार्नर मिला लेकिन संदीप सिंह इसे तब्दील नहीं कर सके। अनुभवी फारवर्ड शिवेंद्र सिंह ने रिबाउंड शाट पर गेंद गोल के भीतर डालकर भारत को बढ़त दिला दी।
इसके चार मिनट बाद पाकिस्तान को पहला पेनाल्टी कार्नर मिला लेकिन अब्बास का शाट गोलपोस्ट के ऊपर से टकराकर निकल गया। इससे मैदान में अच्छी खासी तादाद में जमा पाकिस्तानी समर्थकों को मानों सांप सूंघ गया। पहले हाफ के आखिरी मिनट में संदीप ने ड्रैग फ्लिक पर गोल करके भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी।
दूसरे हाफ में भी भारतीय खिलाड़ी शुरू ही से हावी रहे और 37वें मिनट में प्रभजोत सिंह ने एक और गोल करके मैदान में बैठे दर्शकों को लगभग आंदोलित कर दिया। गोल करने के बाद खुशी में झूमते प्रभजोत टीम डगआउट के पास खड़े मुख्य कोच जोस ब्रासा के गले जा लगे।
पाकिस्तान और सोहेल का आज तकदीर ने भी साथ नहीं दिया और 48वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर उनका शाट एकबार फिर गोलपोस्ट से टकराकर निकल गया। पाकिस्तान को इस बीच दो पेनाल्टी कार्नर और मिले लेकिन दोनों बेकार गए। वहीं बकौल ब्रासा भारतीय टीम के ब्रहमास्त्र संदीप ने 56वें मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर दूसरा गोल करके भारत की बढ़त 4-0 की कर दी। अब मेजबान की जीत दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ थी।
दो मिनट बाद सोहेल ने आखिरकार पाकिस्तान को मिले छठे पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत की बढत कुछ कम की लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। खेल के आखिरी दस मिनट बाकी थे और भारतीय डिफेंस चट्टान की तरह अडिग लग रहा था। वहीं भारतीय गोलकीपर पी श्रीजेश ने भी बेहद मुस्तैदी दिखाई।
1 comment:
बहुत अच्छा । बहुत सुंदर प्रयास है। जारी रखिये ।
हिंदी को आप जैसे ब्लागरों की ही जरूरत है ।
अगर आप हिंदी साहित्य की दुर्लभ पुस्तकें जैसे उपन्यास, कहानी-संग्रह, कविता-संग्रह, निबंध इत्यादि डाउनलोड करना चाहते है तो कृपया इस ब्लॉग पर पधारें । इसका पता है :
http://Kitabghar.tk
Post a Comment