गेंदबाजी की तूफ़ान का टेस्ट क्रिकेट को अलविदा.

ब्रेट ली ने संन्यास की घोषणा की. 


दुनिया के सबसे ख़तरनाक तेज़ गेंदबाज़ों में शामिल ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया. साल भर में वह कई बार चोट के शिकार हुए हैं. वह अब वनडे और ट्वेन्टी 20 पर ध्यान लगाना चाहते हैं.

 
अपने पसंदीदा सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर ब्रेट ली ने संन्यास का एलान किया. 33 साल के ब्रेट ली ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज़ हैं और उनके नाम 310 विकेट हैं संन्यास की घोषणा करने के बाद ली ने कहा, "मुझे इस बात का बेहद गर्व है कि मैंने ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला. अब मैं इससे संन्यास ले रहा हूं ताकि मैं अपने शरीर को दूसरी तरह के क्रिकेट के लिए बचा कर रख सकूं." ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने कहा कि यह उनके क्रिकेट का अंत नहीं है बल्कि यह वक्त की मांग है. उन्होंने कहा कि उन्हें आज भी अपना पहला विकेट याद है, जब उन्होंने 1999 में भारत के सदागोपन रमेश को क्लीन बोल्ड किया था. उन्होंने युवा खिलाड़ियों को सलाह दी कि टेस्ट क्रिकेट आज भी बेहतरीन है और उन्हें सिर्फ़ छोटे क्रिकेट पर ध्यान नहीं देना चाहिए.

ली ने कहा, "ज़ाहिर तौर पर वनडे और ट्वेन्टी 20 क्रिकेट में स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ होते हैं. लेकिन मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट टेस्ट क्रिकेट रहा. ट्वेन्टी 20 में भाग्य का बड़ा रोल होता है, वनडे में भी क़िस्मत चल जाती है लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट ही है, जहां बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों का असली टेस्ट होता है." चोट की वजह से साल 2008 के बाद से ली ने एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. इसके बाद पिछले साल उन्होंने ट्वेन्टी 20 और वनडे में हिस्सा ज़रूर लिया था लेकिन इसी दौरान उन्हें फिर चोट लगी और वह क्रिकेट से बाहर हो गए. ली ने 76 टेस्ट खेले हैं, जबकि 186 वनडे मैचों में 324 विकेट लिए हैं.

ली ऑस्ट्रेलिया के चौथे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज़ हैं. उन्होंने 310 टेस्ट विकेट लिए हैं. उनसे ज़्यादा शेन वॉर्न ने 708, ग्लेन मैकग्रा ने 563 और डेनिस लिली ने 355 विकेट लिए हैं.

1 comment:

वीनस केशरी said...

दो ही बालर तो मुझे अच्छे लगते है आस्ट्रेलिया का ब्रेट ली और भारत का प्रवीण

अब ब्रेट ली को टेस्ट में नहीं देख सकूंगा :(

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