बिना पूँछ का सिंह अब अधनंगी लड़कियों से अपने ब्लॉग पर लोग बुला रहा है।

इन तस्वीरों में मैंने स्त्रियों और पुरुषों की नंगई पसंदगी को ढंकने का प्रयास करा है हो सकता है कि कुछ लोगों को पसंद न आए। जिन्हें असल नंगई देखनी हो वे भड़ास के नाम पर धंधा करने वाले दल्ले की दुकान पर तशरीफ़ ले जाए।
हम तो ठहरे आयुर्वेद वाले झोलाछाप तो घूम फिर कर इंटरनेट पर भी वही सब तलाशते रहते हैं| हम आज भी वही कर रहे थे और सर्च इंजन में अपनी देसी जड़ी बूटियों के नाम हिंदी में टाइप कर कर के देख रहे थे कि इंटरनेट पर आयुर्वेद पर क्या लिखा जा रहा है। इसी तलाश में हम पहुंच गये बिना पूँछ के उस सिंह के ब्लॉग पर जिसने एक जमाने में ही भड़ास की हत्या कर दी थी और अब इस मुर्दापरस्तों की बस्ती में भड़ास की लाश  की ममी बना कर उसका मुजावर बना बैठा है। अब तो उसने हद ही कर है । "अलसी" तलाश कर जिस पोस्ट पर मैं पहुंचा तो देखा की लड़कियों की अधनंगी तस्वीरों की नुमाइश पूरे पेज पर लगी हुई है। चलो इसी बहाने एक बार फिर ये घोड़े की लीद को धनिया कह कर बेचने वाला बनिया अपनी औकात तो दिखा बैठा........
 
पारदर्शी कपड़ों से झांकते वक्ष देखने के लिये कहीं और जाइये यहां हमारी तानाशाही है
जय जय भड़ास

No comments:

Post a Comment