उस्मानिया विश्वविद्यालय परिसर में आज 19 वर्षीय छात्र एस यादागिरी ने आत्मदाह करने की कोशिश की। इसके बाद हिंसा भड़क गयी। छात्र अलग तेलंगाना राज्य के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे । इस मौके पर सैकड़ों पुलिसकर्मी मौजूद थे।
इस घटना के बाद पुलिस और छात्रों के बीच विश्वविद्यालय परिसर में ताजा झड़प हुई। पुलिस को रबड़ की गोलियां और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
विधानसभा की ओर कूच करने की छात्रों की योजना विफल करने की पुलिस कार्रवाई से गुस्साये छात्रों ने पथराव किया और विश्वविद्यालय के आसपास बसों को आग लगा दी।
इससे पहले दिन में तकरीबन 100 छात्रों ने पुलिस की जबरदस्त घेरेबंदी को तोड़ कर विधानसभा की ओर दौड़ लगाई लेकिन पुलिस ने तत्काल छात्रों को हिरासत में ले लिया। कुछ छात्रों ने पब्लिक गार्डन में पुलिस घेरेबंदी को भी तोड़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उनलोगों को भी रोक दिया।
अलग राज्य की मांग का नारा लगाते हुए तेलंगाना समर्थक एक स्कूली छात्र ने खुद को आग लगा ली जिससे शनिवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय परिसर में तनाव बढ़ गया।
दसवीं कक्षा का विद्यार्थी सिरपुरम यादैयाह ने खुद को आग लगा ली और तेलंगाना के समर्थन में नारे लगाते हुए आटर्स कॉलेज की ओर दौड़ा। इससे पुलिस और उसके साथी प्रदर्शनकारी हतप्रभ रह गए।
आग लगाकर जैसे ही उसने दौड़ना शुरू किया पुलिसकर्मियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उस पर पानी उड़ेला। रंगा रेड्डी जिले का रहने वाला यादैयाह रैली में भाग लेने के लिए हैदराबाद आया हुआ था। उसे यहां के गांधी अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
अलग तेलंगाना राज्य के समर्थन में निषेधाज्ञा तोड़कर राज्य विधानसभा के बजट सत्र में व्यवधान पहुंचाने के लिए मार्च करने वाले 300 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को शनिवार को एहतियातन हिरासत में ले लिया गया।
क्षेत्र से निर्वाचित प्रतिनिधियों के इस्तीफे की मांग को लेकर तेलंगाना स्टूडेंट ज्वाइंट एक्शन कमिटी और उस्मानिया यूनिवर्सिटी स्टूडेंटस ज्वाइंट एक्शन कमिटी के तत्वाधान में विधानसभा घेरने के आह्वान के मद्देनजर सैकड़ों छात्रों ने उस्मानिया विश्वविद्यालय परिसर से रैली निकाली लेकिन विद्यानगर के नजदीक शिवम रोड पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
प्रदर्शनकारी सड़क पर ही बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे। पुलिसकर्मियों के साथ उनकी गर्मागर्म बहस भी हुई।
रैली निकालने के लिए एहतियात के तौर पर 50 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया गया है। स्थिति अब सामान्य है। पूर्वी जोन के डीसीपी एम सी लोढा ने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्र उस्मानिया विश्विद्यालय में लौट गए हैं।
तेलंगाना समर्थक कुछ कार्यकर्ताओं ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के उपकुलपति टी तिरूपति राव की कार पर पथराव भी किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह वाहन में नहीं थे। कार के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए।
एक अन्य घटना में विधानसभा के नजदीक निजाम कालेज छात्रावास के पास छात्रों ने जब बैरीकेडस तोड़ने की कोशिश की तो 150 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया।
सैफाबाद पुलिस ने कहा कि रंगा रेड्डी जिला कलेक्टर कार्यालय में घुसने की कोशिश करते छात्रों के एक समूह को हिरासत में ले लिया गया।
नगर के बाहरी इलाके रामनाथपुर से राज्य की राजधानी की ओर मार्च करने की कोशिश करने वाले सौ से ज्यादा छात्रों को भी हिरासत में ले लिया गया।
पृथक तेलंगाना राज्य के मसले पर शनिवार को उस्मानिया विश्वविद्यालय से छात्रों ने विधानसभा तक रैली निकाली लेकिन पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों ने उन्हें बीच रास्ते में रोक दिया। छात्रों की रैली की वजह से विश्वविद्यालय परिसर और पूरे शहर में तनाव व्याप्त है।
संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) की प्रस्तावित रैली को पुलिस ने गैरकानूनी करार दिया है। विधानसभा की ओर जाने वाली सड़कों से केवल पुलिस वाहनों, विधायकों और मीडियाकर्मियों के वाहनों को गुजरने की अनुमति दी गई है।
शनिवार को मुख्यमंत्री के.रोसैय्या बजट पेश करने वाले हैं। विधानसभा की कार्यवाही सुबह नौ बजे से शुरु हुई। हैदराबाद के पुलिस आयुक्त एके खान ने कहा है कि कानून और व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित आर्ट्स कॉलेज से रैली निकाली लेकिन परिसर के बाहर विद्यानगर में उन्हें रोक दिया गया। रैली में शामिल छात्र 'जय तेलंगाना' का नारा लगा रहे थे।
विश्वविद्यालय परिसर से विधानसभा की दूरी 15 किलोमीटर है। 1,000 से अधिक छात्र शनिवार को विधानसभा को घेरने की योजना बना रहे हैं।
इससे पहले छात्रों ने कुलपति तिरुपति राव की कार पर पथराव कर दिया था। राव ने छात्रों से परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की थी। विधानसभा परिसर के समीप स्थित निजाम कॉलेज में भी तनाव व्याप्त है। प्रशासन ने ऐहतियात बरतते हुए कॉलेज के द्वार को बंद कर दिया है।
छात्र तेलंगाना मसले पर विधानसभा को घेरना चाहते हैं। सुरक्षाकर्मियों ने ऐहतियात बरतते हुए विधानसभा की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर आवाजाही बंद कर दी है। शहर में कम से कम पांच फ्लाइओवरों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ रेलगाड़ियों को भी रद्द किया गया है।
शहर की किलेबंदी की वजह से आम जनजीवन सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। हैदराबाद और साइबराबाद इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इन इलाकों में 20,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
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