हिलेरी ने कांग्रेस समिति में सांसदों से कहा कि मेरा मानना है कि दोनों देशों ने इस बात को महसूस किया है कि अपने बीच के मतभेदों का समाधान सिर्फ वे खुद ही कर सकते हैं और हमें उम्मीद है कि यह रचनात्मक होगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री हाउस एप्रोप्रिएशंस कमेटी की फॉरेन अफेयर्स एंड रिलेटेड प्रोग्राम्स सब कमेटी के सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रही थीं। सांसदों ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों पर तालिबान के कब्जे की संभावना और भारत के निरोधात्मक उपायों पर चिंता जताई।
हिलेरी ने कहा कि हां, यह काफी महत्वपूर्ण मुद्दा है और हम दोनों देशों के साथ अपने प्रयासों में इसे उच्च वरीयता दे रहे हैं। हमें इस बात की खुशी है कि वे वार्ता शुरू कर रहे हैं।
हिलेरी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच हुई पिछली वार्ता में काफी प्रगति की थी। मुशर्रफ के पद से हटने के बाद यह वार्ता स्थगित हो गई। यह अभी सिर्फ शुरू हो रही है।
पाकिस्तान की कार्रवाइयों के बारे में उन्होंने कहा कि ओबामा प्रशासन पिछले हफ्तों में सैन्य तथा खुफिया अभियानों और मुल्ला उमर के दाएं हाथ कहे जाने वाले तालिबान के कुछ बड़े नेताओं की गिरफ्तारी से उत्साहित है।
उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तानी सेना द्वारा स्वात तथा उत्तरी वजीरिस्तान में तालिबान के खिलाफ चलाए गए सफल अभियान से भी उत्साहित हैं और वहां की सरकार, सेना तथा आईएसआई के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
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