सीमेंस ने नयी सम्भावना जाहिर की, आठ हजार की भर्ती.

यूरोप के सबसे बड़े इंजीनियरिंग समूह सीमेन्स एजी अगले तीन साल में देश के ऊर्जा, बंदरगाह, हवाई अड्डïा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी ढांचा क्षेत्र में करीब 1,600 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है।

कंपनी ने यह भी बताया कि अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत पैठ बनाने के लिए वह दो साल में 8 हजार लोगों की भर्ती करेगी।

कंपनी के मुताबिक, प्रस्तावित निवेश का बड़ा हिस्सा घरेलू अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में खर्च किया जाएगा। भारत के लिए पवन चक्की की निर्माण की खातिर कंपनी 500 करोड़ रुपये खर्च करेगी। सीमेन्स एजी के अध्यक्ष और मुख्य कार्याधिकारी पी. लोएशर ने बताया, 'देश में बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हो रही तरक्की का लाभ उठाना हमारा लक्ष्य है। हम भारत में मूल्यवद्र्घित उत्पादों के निर्माण के लिए देश में 6 नए केंद्र स्थापित करेंगे।

 कंपनी सौर ऊर्जा के लिए तकनीक की आपूर्ति की संभावना भी तलाश रही है। समूह की मुख्य कंपनी सीमेन्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरमिन ब्रूक ने कहा, 'हम भारत में अपने उत्पादों का पोर्टफोलियो बढ़ाने को प्रतिबद्ध हैं। इन उत्पादों के जरिए हम 2020 तक करीब 6,500 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने की सोच रहे हैं।

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