गेलहुं गाम तय जाइते सब सय पहिने बरहम बाबा के शरण में ! ई सब बेर के बात ठीक जे पहिने गाम जाइते बाबा लग जाइत छी आ बाबा सय मोनक गप्प बतियाइत छी। मुदा अहि बेर ध्यान में आयल जे लोक बेद के सेहो बरहम बाबा सय भेंट करा दियेंह जिनका गाम अयला बहुत दिन भय जाइत छैन्हसे लिए अहूँ सब लोकनि बाबा के शरण में चलू।
अयलहुं बाबा के शरण में।
बरहम बाबा आ भोला बाबा के संजोग, गामक वा कहू सब लोकक रक्षक।
बरहम बाबा के स्थान पिपरक गाछ के बिना कोना होयत पुरा।
अहूँ करू बाबा के दर्शन आ फोटो के बहाने गाम सय घूमि आउ।
जय हो बरहम बाबा की।
4 comments:
नमस्कार रजनीश भाई .. अपनेक ब्रह्म बाबा के ब्लॉग पढ़ी.. गाम जेबाक इच्छा बढ़ी गेल.. चालू हम अप्पन गमक टिकेट बुक करवा जायत छी ..
एहिना लिखैत रहू | जय ब्रह्म बाबा ||
apka blog bahut sunder hai achhi photoes haiM apni bhi ichha hone lagi hai aapka ganv dekhne ki barham baba ke charno me hamara bhi parnam
भाई बरहम बाबा के दर्शन कतेक दिन बाद भेल, कोनो गाम होई बाबा तय सब थम छथिन्ह,
आहाँक धन्यवाद जे गामक याद करा देल.
बरहम बाबा की जय और गाँव ले जाने का शुक्रिया.
जय हो बरहम बाबा की.
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