एक और नया भडासी आया भड़ास निकालने .

सभी भडासी साथियों को नमस्कार ,
मैं अवगत हुआ भड़ास से दो लोगो की तकरार में ।
तकरार भी इसलिए की नही था करार दोनों में ।
अब बिना करार के भी कोई तकरार होती है क्या ?
लेकिन इन बुद्धी जीवियों ने कर दिखाया ।
तकरार बिना करार ।
अब तो कर लो करार ख़त्म करके तकरार ।
करो करार भड़ास से भूल कर तकरार ।

2 comments:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

भगत भाई सुस्वागतम
भड़ास के ग्रामीण चौपाल की परंपरा को निभाते मंच पर, आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप भड़ास की अबौद्धिक भदेसी सोच पर खुद को अस्वस्थ न महसूस करेंगे,आप खेत की मिट्टी को छी... नहीं कहते होंगे
जय जय भड़ास

mark rai said...

swaagat...

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