पिछले कुछ दिनों से मैं भड़ास पर एक सार्थक और मासूम सा सामाजिक सरोकार वाला प्रयास कर रहा था। इस प्रयास के चलते मैंने एक विशेष बच्चे सतीष देवाडिगा के लापता होने और इस बारे में संबंधित पुलिस के व्यवहार की बातें करी थीं। इसी सत्प्रयास में हमारे भड़ास परिवार में जुड़ गयी एक वरिष्ठ ब्लागर आदरणीय शमा जी। शमा जी ने निजी तौर पर इस मामले में दिलचस्पी ली और इसी कार्य के चलते वो आजकल मुंबई में डेरा डाले हुए हैं जबकि वो खुद पुणे की रहने वाली हैं। पुलिस को कुरेद रही हैं। मैं नहीं जानता कि वो बच्चा इस समय कहां होगा लेकिन एक बात पूरे विश्वास के साथ दिल में है कि जब उस बच्चे और उस जैसे सभी बच्चों के साथ इतना गहरा प्रेम रखने वाले लोग हैं तो अनिष्ट तो नही होगा। शमा जी का प्रेम ये दर्शाता है कि उनके अंदर कितनी गहरी करुणा है जो कि पहचाने-अनजाने सभी के लिये समान भाव रखती हैं। ईश्वर हमारे प्रयासों को दिशा दे, शमा जी के प्रति आदर का भाव गहरा होता जा रहा है। जल्द ही मैं खुद सांताक्रुज जाकर उनके दर्शन करना चाहूंगा। तेज रफ़्तार जिंदगी को भी पछाड़ कर अभी भी लोग सभी के प्रति इतनी गहरी संवेदनाएं रख पाते हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि सतीश और रफ़ीउद्दीन दोनो बच्चे जल्द ही सुरक्षित मिल जाएं।
जय जय भड़ास
जय जय भड़ास
1 comment:
आदरनीय रुपेश भाई,
ऐसे बच्चों के साथ सब की संवेदनाएं होती हैं लेकिन उस दर्द को समझना सभी के बस की बात नहीं कुछ ही लोग होते हैं जो दूसरो के बच्चों को अपना समझते हैं लेकिन एक तो भड़ास का मंच उस पर कोशिश आपकी और अब शमा आपा का उस बच्चे के लिए प्यार देखकर हम सभी की यही दुआएं हैं की वो बच्चा ही नहीं जो भी बच्चे अपनों से जुदा हो गएँ हैं वो जल्द ही घर वापस आ आम सभी का प्रयास यही रहेगा की ऐसे बच्चों को तलाश कर उनके घर तक पहुँचने की कोशिश अपने स्टार से करते रहेंगे.........,
आपका हमवतन भाई.....गुफरान...अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद.......
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