मैं कुछ दिन से अपनी परीक्षाओं में व्यस्त रही लेकिन भड़ास चूंकि जीवन का हिस्सा है तो फिर भला इससे ज्यादा वक्त अलग कैसे रहा जा सकता है। देखा तो हरकीरत हकीर के पक्ष में तमाम मुखौटा लगा कर शराफ़त का ढोंग करने वाले धूर्त लार टपका-टपका कर सहला रहे हैं सब अपनी अपनी राय दे रहे हैं लेकिन किसी ने उस औरत से ये नहीं पूछा कि हरकीरत बाई जी तुम क्या तुम मुनव्वर सुल्ताना की मां हो या फिर कुछ ऐसे रिश्ते में आती हो कि तुम्हें उनके अब्बा हुजूर ने अधिकार दे दिया कि तुम उनका नाम सुल्ताना से बदल कर "उलटाना" कर दो??? इस औरत का मुनव्वर आपा ने इस बात की तरफ़ अपने अंदाज़ में ध्यान भी दिलाया लेकिन इसे कहां परवाह है ये तो उनसे पता नहीं कौन सा रिश्ता जोड़े बैठी है जो इस बारे में अपना हक समझती है कि नाम ही बदल देगी। अभी भी अगर जरा सी शर्म बाकी है तो माफ़ी मांग कर गलती सुधार ले भड़ासी तो बड़े भोले हैं लेकिन महाऔघड़ी हैं ये याद रखना। पीछा नहीं छूटेगा शब्दप्रपंच करने से......
जय जय भड़ास
3 comments:
स्वागत है आपका फरहीन जी सर्वप्रथम आपकी परीक्षा परिणाम के लिए हार्दिक शुभकामनायें और वापसी धमाके दार की आपने जहाँ तक हरकीरत जी का सवाल है तो ये मंच ऐसा है जहाँ आने वाला कुछ दिनों में यही का होकर रह जाता है तो व्यर्थ में चिंता बेकार है हरकीरत जी को समय दीजिये वो स्वयं ही आपा से माफ़ी मांग लेंगी...............,
आपका हमवतन भाई ........गुफरान.....अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद.....
BHAGAWAN KARE KI AP BADHIYA NAMBARON SE PARIKSHA ME PASS HO JAYE..KYUNKI PADHAI BAHUT JARURI HAI..LEKIN APKI SOCH AUR SOCHANE KI CHHAMATA ACHAMBHIT KARNE WALI HAI..
बिटिया रानी,एकदम पेट्रोल लिखा है अगर उन्हें उलटाना नाम अच्छा लगा तो यही सही मैं तो चाहता हूं कि ऐसा ही कुछ विचित्र सा मेरा भी नामकरण कर दिया जाए वैसे कुछ लोग मुझे अंगुलिमाल कहते हैं जैसे कि भाई रजनीश.... इस नाम मे एक रहस्य है रजनीश भाई को पता है:)
जय जय भड़ास
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