आज मैं फिर घूम फिर कर राष्ट्रदामाद श्री अजमल कसाब जी के बारे में बकबकाऊंगा। चूंकि श्री कसाब जी ने कहा है कि वे अभी नाबालिग हैं यानि कि उन्होंने जो कुछ भी करा वह महज उनका बचपना था इसलिये हे भारत के न्यायकर्ताओं मेरे जैसे मासूम बच्चे के साथ आप सब जरा अक्ल से काम लें वरना यदि आपने मुझे कड़ी सजा दी तो मेरे सुधरने की गुंजाइश जो कि आपके कानून के अनुसार है वह खत्म हो जाएगी। आप सब अपने कानून की इज़्ज़त करते हुए मेरे बचपने के बारे में सोचिये। मेरे लिये कल से दुध्धू की बाटली जेल में भेजवाया करो और साथ मे एक दो एक्स्ट्रा निप्पल भी ताकि अगर मै अपने दूध के दांत से निप्पल चबा डालूं तो बोतल से दूध लीक न होने लगे। श्री उज्ज्वल निकम जो कि सरकारी वकील हैं उन्होंने बताया है कि यदि कसाब बच्चा है तो उसे मात्र तीन साल की सजा होगी। ऐसा सिर्फ़ हमारे देश के संविधान में ही संभव है।
जय जय भड़ास
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