योगी से भोगी बनते बाबा रामदेव की दास्ताँ जारी..........

धूर्त और ढोंगी बाबा रामदेव अपनी किसी कुकृत्यों को आम जनों के सामने नही आने देना चाहता है, टी आर पी के लोभी मीडिया बाबा रामदेव को बेचने के लिए रामदेव का भजन गुनगुनाते हुए नजर आते हैं, चाहे रजत शर्मा हो या प्रभु चावला सभी रामदेव के भक्त आख़िर इसी बाबा से इन मीडिया के कुपुत्रों को टी आर पी जो मिल रही है मगर बात सिर्फ़ इस भोग गुरु की।
अगर किसी ने साहसिक हिम्मत करके पत्र्कारिते को साबित करने की कोशिश की तो इस बाबा ने अपनी शक्ती का इस्तेमाल कर पत्रिका को ही बाजार से उठवालियाजी हाँ मैं बात कर रहा हूँ दिल्ली से प्रकाशित हिन्दी साप्ताहिक इंडिया न्यूज़ की। वंदना भदौरिया की इस खोजपरक रिपोर्ट जिस पर तहलका मच सकता था का यह अंक शत प्रतिशत बिका मगर आन लोगों के पास गया ही नही,


भड़ास मीडिया कुकृत्यों की भर्त्सना करने के साथ साथ जहाँ आवाज भी बुलंद करता है वहीँ सच्चाई के साथ किए गए पत्रकारिता के लिए लड़ता भी है।



इस ढोंगी ने भले ही इस पत्रका को बाजार से गायब कर दिया हो मगर भड़ास इस पत्रिका के इस विशेष लेख को पाठकों तक पहुँचने की जिम्मेदारी लेता है।

आप इसे पढिये और अगले पोस्ट में इस से आगे के लेख का इन्तजार कीजिये।

जय हिंद


जय भारत


जय जय भड़ास


9 comments:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अग्नि बेटा, अभी तो कहानी बहुत बाकी है इन महाधूर्तों की लेकिन वंदना बहन का प्रयास असफल नहीं रहा हमारे आजादी बचाओ आंदोलन वाले मित्रों ने इसकी प्रतियां कमसे कम पचास हजार लोगों तक तो पहुंचा ही दी है। तुम पेले रहो
जय जय भड़ास

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

बढिया प्रयास है,
आप बधाई के पात्र हैं,
सच्चाई सामने आनी ही चाहिए
जय जय भड़ास

अमित जैन (जोक्पीडिया ) said...

बढ़िया कोशिश , सच को सामने आना ही होगा

फ़रहीन नाज़ said...

मैं सोचती थी कि ये आदमी कामेडियन है लेकिन आप बता रहें हैं कि ये तो एक नंबर का ......
जय जय भड़ास

रंजन said...

not able to read.. letter are very small..

संजय बेंगाणी said...

टेक्स्ट के रूप में डालते तो ज्यादा सार्थक होता.

संजय बेंगाणी said...

दुसरी तस्वीर छोटी है. जाँच कर दुबारा लगाओ.

Pandit Kishore Ji said...

wakai sachhai aage aani hi chahiye

Anonymous said...

किसी संगठन मे विवाद है सिर्फ इतनी बात से मै बाबा रामदेव को दोषी नही मानता । बाबा ने आम लोगो को स्वस्थ बनाने के लिए एक क्रांति की है और यह काम सेवा-भाव से किया गया इसलिए वह सफल भी हुए । अगर ट्रष्ट मे होने वाले लाभ को परिवार के सद्स्य बांट रहे है तो उसे उजागर किया जाना चाहिए।

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