आख़िर ओबामा ने भारत को महाशक्ति मान ही लिया !

अपने कार्यकाल में अमेरिका के पहले राजकीय अतिथि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का व्हाइट हाउस में स्वागत करते हुए ओबामा ने कहा, "परमाणु शक्तियों के रूप में हमें दुनिया के सबसे संहारक हथियारों के प्रसार को रोकने, परमाणु सामग्री के आतंकवादियों के हाथों में जाने से रोकने और परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया के निर्माण के लक्ष्य में पूर्ण सहयोगी हो सकते हैं।"

ओबामा ने अपने प्रशासन के पहले सरकारी मेहमान के तौर पर वाइट हाउस में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं के भाषणों में परमाणु जगत की बात आई। ओबामा ने कहा कि शक्तियों के तौर पर हम दुनिया के सबसे घातक हथियारों के प्रसार को रोकने में, खुली परमाणु सामग्री को आतंकवादियों से सुरक्षित रखने में और बिना परमाणु हथियारों की दुनिया के साझे नजरिए में पूरी तरह भागीदार बन सकते हैं।

मनमोहन सिंह ने कहा कि हमें आतंकवाद से लड़ने, अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाने और एक परमाणु हथियार मुक्त दुनिया की तरफ बढ़ने की चुनौतियों को ध्यान देने में सहयोग करना चाहिए।

No comments:

Post a Comment