यशवंत की कारिस्तानी, मीडिया की ख़बरों के बदले दलाली जारी.

जो पोर्टल खुद को भारतीय मीडिया की खबरों का सबसे बड़ा मंच कहाता है उसकी औकात क्या है जानिए। एक ऐसा पोर्टल जो खुद को पत्रकारों का हितैषी और उनकी आवाज कहाता है, पत्राकारों का दुशमन है। डेढ साल पहले ये पोर्टल चला था, उसी वक्त VOI शुरू हुआ था। इस चैलन के हालात दिन ब दिन खराब होते गए। इस चैलन की खबरों को प्रकाशिथ कर करके वह पोर्टल नंबर वन गया। ये खबरें सच्ची भी थी और झूठी भी।
कुछ लोग इल्जाम लगाते हैं कि उस पोर्टल ने ही वीओआई की छवि धूमिल की। लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं था। वीओआई के अंदरूनी हालात खराब थे। और उस पोर्टल ने सिर्फ वही हालात सामने रखे, इसमें कोई गलती नहीं। वो अच्छा काम था, अभिव्यक्ति की आज़ादी सभी को है और इसी आधार पर मीडिया काम करता है।

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