कानू सान्याल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के संस्थापक सदस्यों में थे। भारत में सशस्त्र संघर्ष के जरिए क्रांति लाने की नीति को आगे बढ़ाने वाले नेताओं में से वह एक थे।
सान्याल का संगठन कैसे काम करता था, इस बारे में कुछ भी पता नहीं है। सान्याल हिंसा के जरिए क्रांति में विश्वास करते थे, और उन्होंने खुले रूप में चीन से मिलने वाली मदद को भी स्वीकार किया था।
पिछले दिनों टाटा द्वारा सिंगुर में भूमि अधिग्रहण की खिलाफत करने वालोंपिछले दिनों टाटा द्वारा सिंगुर में भूमि अधिग्रहण की खिलाफत करने वालों में से वे एक थे। 2006 में उन्हें न्यू जलपाईगुडी स्टेशन पर राजधानी एक्सप्रेस को रोकने के लिए गिरफ्तार भी किया गया था।
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