अफगानिस्तान में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अब तक के सबसे बड़े अभियान के मद्देनजर माना जा रहा है कि इन गिरफ्तारियों से तालिबान को बड़ा झटका लगेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर गिरफ्तारियों की सूचना एक गुमनाम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने दी हैं। हालांकि बरादर की गिरफ्तारी की पुष्टि स्वयं विदेश मंत्री रहमान मलिक कर चुके हैं।
माना जा रहा है कि मोहत्सिम तालिबान सुप्रीमो मुल्ला उमर के काफी करीब रहा है और 2001 में अफगानिस्तान पर अमेरिकी चढा़ई के पहले की तालिबान सरकार में वित्त मंत्री रह चुका है।
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