क्या सचमुच हम मुस्लिमों के मोहम्मद और हिन्दुओं के म
दनमोहन(भगवान कृष्ण) की पर्सनालिटी में अंतर रहा होगा ये आज हमारे गुरूजी के साथ बैठ कर चर्चा करते समय निकल कर आया कि जिसके व्यक्तित्त्व में मद और मोह नहीं हो वह मदन मोहन है तो यही अक्षर तो आखिरी नबी मोहम्मद(स.अ.व.) के नाम में आते हैं। ये अलग-अलग भाषाओं के नाम हैं जिनमें इत्तेफ़ाकन ही इस तरह की सिमेलरिटी है लेकिन है बड़ी सुन्दर। जिसे विरोध करना है
वो करे मुझे तो बड़ा प्यारा लगा क्योंकि मेरी नजर में भगवान कृष्ण भी ईश्वर के भेजे हुए हैं जिन्होंने अपने दौर में लोगों को धर्म का अपने तरीके से संदेश दिया है।
पहली बार लिख रही हूँ वो भी बड़ी मुश्किल से लेकिन गूगल
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का ट्रान्सलिटरेशन मदद कर रहा है। मैंने भी एक नया पत्रा बनाया है लेकिन मैंने उसपर सिर्फ़ अपनी तस्वीरें ही अपलोड करने का निर्णय करा है उसका पता है
www.imbebo.tk। हमारे गुरुजी(आप सब इन्हें जानते हैं अरे और कोई नहीं हमारे धर्मपिता डॉ.रूपेश श्रीवास्तव जी) ने कहा कि तुम डायरी लिखती हो और तस्वीरें निकलवाती हो मॉडलिंग के लिये तो बस इसी को कंटेंट बनाओ और प्यार से मेरी अम्मी मुझे बेबो कहती हैं बस हो गया नाम मेरे पत्रा का.....
आय एम बेबोजय जय भड़ास
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