प्रत्येक मुसलमान के लिए इस्लाम में निम्नलिखित पाँच बुनियादी बातें बताई गई हैं तथा उन पर पालन करने के लिए आदेश भी दिए गए हैं। ये बातें हैं-
कलमा पढ़ना-उसे खुदा की बादशाहत और मुहम्मद साहब के पैगम्बर होने की घोषणा करनी चाहिए। इसी घोषणा को 'कलमा' पढ़ना कहते हैं।
नमाज़ क़ायम रखना- उसे रोज पाँच बार नमाज़ पढ़नी चाहिए और हरेक ज़ुमा के रोज दोपहर के बाद मस्जिद में नमाज़ पढ़नी चाहिए।
जक़ात देना- उसे गरीबों को यह समझकर ज़कात (दान) देना चाहिए कि वह अल्लाह के प्रति कुछ अर्पित कर रहा है। यह एक अच्छा काम है।
माहे रमजान के रोजे रखना- इस्लाम के पवित्र महीने रमजान में उसे रोज़ा(उपवास) रखना चाहिए।
हज करना- उसे अपनी जिंदगी में अपने सामर्थ्य के अनुसार अथवा कम से कम एक बार 'हज' के लिए जाना चाहिए।
1 comment:
जैन धर्म इससे अलग कैसे है जरा ये भी बता और साथ ही ये भी लिख कि इस्लाम क्यों नहीं स्वीकार लेता अगर सब इतना ही पसंद है तो? सारी मान्यताओं की भलाई बता कर ही तो राक्षसों ने मनुष्यों के बीच जगह बनाई है क्योंकि यदि विरोध करेंगे तो बात आगे बढ़ेगी और इनकी सच्चाई खुल कर सामने आ जाएगी।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
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