फिरोजशाह पिच के बारे में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का भारतीय क्रिकेट बोर्ड से स्पष्टीकरण !!

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने नई दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला पिच के बारे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से स्पष्टीकरण मांगा है । रविवार को ख़राब पिच के कारण भारत और श्रीलंका के बीच पाँचवाँ एक दिवसीय मैच रद्द कर दिया गया था ।


नई दिल्ली में पत्रकारों के साथ बातचीत में आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हारून लॉरगेट ने कहा कि बीसीसीआई को 14 दिनों के अंदर मैच रेफ़री एलेन हर्स्ट की रिपोर्ट पर जवाब देने को कहा गया है । दिल्ली वनडे के लिए आईसीसी के मैच रेफ़री एलेन हर्स्ट ने काफ़ी विचार-विमर्श के बाद मैच रद्द करने का फ़ैसला किया था ।


लॉरगेट ने कहा, "आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को मैच रेफ़री एलेन हर्स्ट की रिपोर्ट भेजी है और 14 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है , इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी ।" उन्होंने कहा कि इस मामले पर आगे क्या कार्रवाई होगी, इस पर वे कोई अटकलबाज़ी नहीं करना चाहते । लॉरगेट ने कहा, "रविवार को जिस पिच पर मैच हो रहा था, वो एक ग़लत उदाहरण है । वैसे भारत में आम तौर पर अच्छे पिच होते हैं ।"


रविवार को भारत-श्रीलंका वनडे मैच के दौरान श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था । आशीष नेहरा की एक गेंद को श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान की कोहनी पर जाकर लगी और वे दर्द से तिलमिला उठे । जिस समय श्रीलंका का स्कोर पाँच विकेट पर 83 रन था और 24वाँ ओवर फेंका जा रहा था, उस समय सुदीप त्यागी की एक गेंद काफ़ी उछली. उसके बाद अंपायरों और खिलाड़ियों के बीच विचार-विमर्श हुआ. बाद में मैच रेफ़री एलेन हर्स्ट ने मैच रद्द करने का फ़ैसला किया । ये दूसरी बार है कि भारत और श्रीलंका का मैच ख़राब पिच के कारण रद्द हुआ है । वर्ष 1997 में इंदौर में भी ख़राब पिच के कारण मैच रद्द किया गया था । उस मैच में सिर्फ़ तीन ओवर का ही मैच हुआ था ।


बाद में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इंदौर पर दो साल के लिए पाबंदी लगा दी थी । दिल्ली के फ़िरोजशाह कोटला मैदान पर वर्ष 2011 के विश्व कप के दौरान चार मैच होने हैं ।

2 comments:

काजल कुमार Kajal Kumar said...

जवाबदेरी ज़रूरी है.

Udan Tashtari said...

अब यही बच रहा है...

यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।

हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.

मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.

नववर्ष में संकल्प लें कि आप नए लोगों को जोड़ेंगे एवं पुरानों को प्रोत्साहित करेंगे - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।

निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें - यही हिंदी की सच्ची सेवा है।

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आपका साधुवाद!!

नववर्ष की अनेक शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी

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