जैसा करोगे वैसा भरोगे, सब यहीं मिलेगा, गीता का यहसार हकीकत को अंजाम दे गया जब अमेरिकी राष्ट्रपति परजूता फेंक चर्चित हुए पत्रकार जैदी पर भी जूते फेंके गए।
जिस जूते की वजह से यह पत्रकार पूरी दुनिया में चर्चित हुआ था, अब उसी पत्रकार पर जूता फेंका गया है, वह भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान। संयोग देखिये कि इस बार भी जूता फेंकने वाला एक इराकी मूल का पत्रकार ही था।
बुश पर जूता फेंकने के आरोप में अल बगददिया चैनल में काम करने वाले पत्रकार मुंतजिर अल जैदी को एक साल का कारावास हुआ था, लेकिन जेल में अच्छे बर्ताव के कारण उसे 15 सितम्बर 09 को रिहा कर दिया गया। यह इराकी पत्रकार फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर रहा था, तभी उस पर जूता फेंकने की अप्रत्याशित घटना हो गई।
पेरिस में रह रहे शख्स ने अपने आपको इराकी मूल का पत्रकार बताया है। जब प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी, तभी इराकी भाषा में इस व्यक्ति ने मुंतजिर पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए कहा -'तुम्हारे लिए भी ये जूता।' हालाँकि मुंतजिर पर फेंका गया जूता उसे नहीं लगा क्योंकि वह भी जॉर्ज बुश की तरह नीचे झुक गया था।
बाद में जूता फेंकने वाले पत्रकार को मुंतजिर के भाईयों ने पकड़ लिया और झूमा-झटकी की। यह सब वहाँ मौजूद पत्रकारों ने देखा और कैमरामैनों ने उसे शूट किया। इस घटना ने एक बार फिर पूर्व राष्ट्रपति बुश पर जूता फेंकने के प्रकरण को ताजा कर दिया है।
2 comments:
जैसे को तैसा!
हिसाब बराबर हो गया!
अभी दो इंडिया में बाकी है एक तो कटनी मध्य प्रदेश का है
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