भा ज पा का संसदीय कमान आडवानी के हाथों में !
नई दिल्ली। भाजपा में काफी लंबे समय से चले आ रहे सस्पेंस से आज पर्दो उठ गया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता एल.के. आडवाणी ने लोकसभा के नेता विपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा संसदीय दल का अध्यक्ष चुने जाने के बाद आडवाणी ने अपने अधिकारों के तहत सुषमा स्वराज को लोकसभा में विपक्ष का नेता तथा अरूण जेटली को राज्यसभा में विपक्ष का नेता मनोनीत किया। भाजपा संसदीय दल के संविधान में संशोधन कर अध्यक्ष का नया पद सृजित किया गया जिसका चुनाव संसद के दोनों सदनों के पार्टी सदस्य करेंगे। नए संशोधन के अनुसार अध्यक्ष को दोनों सदनों में पार्टी नेता उपनेता और अन्य पदाधिकारियों को मनोनीत करने का अधिकार सौपा गया। आडवाणी ने सुषमा स्वराज को लोकसभा में तथा जेटली को राज्यसभा में भाजपा संसदीय दल का नेता मनोनीत किया। यह दोनों अपने-अपने सदनों में विपक्ष के नेता होंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी उपनेता तथा अन्य पदाधिकारियों की घोषणा बाद में की जाएंगी। आडवाणी के इस्तीफा देने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि उनका स्थान कोई नहीं ले सकता और वे हर पद से ऊपर है।
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