मुंबई इंडियन्स फ़ाइनल में !!




सौरभ तिवारी की आकर्षक अर्धशतकीय पारी और कीरोन पोलार्ड के आलराउंड प्रदर्शन से मुंबई इंडियन्स ने बुधवार को यहां रायल चैलेंजर्स बेंगलूर को 35 रन से करारी शिकस्त देकर बड़ी शान के साथ पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में जगह बनायी। लीग चरण में सर्वाधिक अंक लेकर सेमीफाइनल में पहुंची मुंबई की टीम बल्लेबाजी के दौरान पहले दस ओवर में गहरे संकट में थी लेकिन जब से तिवारी और पोलार्ड ने पासा उसकी तरफ पलटा तो फिर मैच में सिर्फ उसी का दबदबा रहा।

मुंबई ने चोटी के चार विकेट 77 रन पर गंवा दिये थे लेकिन तिवारी और पोलार्ड ने अंतिम पांच ओवरों में 77 रन ठोक दिये जो निर्णायक साबित हुए। तिवारी ने 31 गेंद पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 52 और पोलार्ड ने 13 गेंद पर नाबाद 33 रन ठोके जिसमें तीन छक्के और एक चौका शामिल है। तिवारी ने इससे पहले अंबाती रायुडु (38 गेंद पर 40 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिये 67 रन की साझेदारी की जिससे टीम ने पांच विकेट पर 184 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।

पोलार्ड ने गेंदबाजी में भी जलवा दिखाया और चार ओवर में 17 देकर मध्यक्रम के तीन महत्वपूर्ण विकेट लिये जिससे रायल चैलेंजर्स की टीम नौ विकेट पर 149 रन तक ही सीमित रही। रायुडु ने विकेट के पीछे भी अच्छा काम किया और तीन शिकार किये जबकि लेसिथ मालिंगा और हरभजन ने दो-दो विकेट लेकर बराबर का योगदान दिया। बेंगलूर की तरफ से रोस टेलर ने सर्वाधिक नाबाद 31 रन बनाये।

सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली टीम अब 25 अप्रैल को होने वाले फाइनल में डेक्कन चार्जर्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच गुरुवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगी। रायल चैलेंजर्स को अपेक्षित शुरुआत नहीं मिली। जाक कैलिस (11) के पास बड़ी पारी खेलकर तेंदुलकर से ओरेंज कैप हासिल करने का मौका भी था लेकिन वह दूसरे ओवर में जीवनदान मिलने के बावजूद तीसरे ओवर में लेसिथ मालिंगा की आउटस्विंगर पर रायुडु को कैच दे बैठे।

द्रविड़ के खिलाफ तेंदुलकर ने जहीर खान के अगले ओवर में स्लिप में कैच की विश्वसनीय अपील की लेकिन रीप्ले से साफ हो गया कि गेंद इस बीच जमीन छू गयी थी। मुंबई को हालांकि अगले विकेट के लिये अधिक इंतजार नहीं करना पड़ा और हरभजन ने नये बल्लेबाज केविन पीटरसन (19) को अपनी दूसरी गेंद पर ही रायुडु के हाथों कैच करा दिया।

रोबिन उथप्पा (11 गेंद पर 26 रन) ने हरभजन के अगले ओवर में दो छक्के और चौका जड़ा लेकिन पोलार्ड ने आते ही उनके तेवरों को ठंडा कर दिया। उनकी तीसरी गेंद पर उथप्पा ने डीप स्क्वायर लेग पर कैच थमाया जबकि राहुल द्रविड़ (22 गेंद पर 23 रन) ने अगली गेंद पर टेलर को रन आउट होने से बचाने के लिये अपने विकेट का बलिदान किया। पोलार्ड ने इसके बाद विराट कोहली (09) और मनीष पांडे (06) को भी आयाराम गयाराम बनाकर मुंबई की जीत सुनिश्चित की। टेलर ने एक छोर संभाले रखा लेकिन वह केवल हार का अंतर ही कम कर पाये।

टास जीतकर बल्लेबाजी के लिये उतरी मुंबई की शुरुआत खराब रही और तेंदुलकर के शुरू में ही आउट होने से टीम पर दबाव बन गया। तेंदुलकर ने दूसरे ओवर में डेल स्टेन पर दनादन दो चौके जड़े लेकिन अगली गेंद आउटस्विंगर थी जिस पर उन्होंने टेलर को कैच दे दिया। वह केवल नौ रन बना पाये और इस साल पहली बार दहाई अंक में पहुंचने में असफल रहे। शिखर धवन (12) भी अभिषेक नायर के गलत बुलावे पर रन आउट हो गये। नायर (22) स्वयं देर तक नहीं टिक पाये और पीटरसन की गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में शार्ट फाइन लेग पर कैच दे बैठे। अगले ओवर में अनिल कुंबले ने नये बल्लेबाज जेपी डुमिनी (3) को भी डगआउट में भेज दिया।

रायुडु और तिवारी ने यहीं से बखूबी जिम्मा संभाला। धवन के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे रायुडु ने आर विनयकुमार की गेंद पर चौका लगाकर खाता खोला और फिर प्रवीण कुमार पर लगातार दो चौके जड़े । जब तिवारी क्रीज पर उतरे तो उन्होंने कैलिस को निशाना बनाया। तिवारी ने 14वें ओवर में इस दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज पर स्क्वायर लेग क्षेत्र में पारी का पहला छक्का जमाया और जब वह अगला ओवर करने के लिये आये तो उसमें एक छक्के और दो चौकों की मदद से 17 रन बटोरे। उन्होंने कुंबले की लगातार गेंद भी चार और छह रन के लिये भेजी।

कुंबले के इसी ओवर में रायुडु ने हवा में लहराता हुआ कैच दे दिया था लेकिन बिली डाक्ट्रोव ने ओवरस्टेपिंग के लिये इसे नोबाल दे दिया। रायुडु हालांकि स्टेन के अगले ओवर में मिडआफ पर कैलिस को कैच देकर डगआउट में पहुंच गये। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाये। जब तिवारी क्रीज पर आये तो रायुडु ने उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया और जब पोलार्ड उतरे तो तिवारी ने हमला करने का जिम्मा इस कैरेबियाई बल्लेबाज को सौंपा जिन्होंने विनयकुमार पर दो छक्के जड़ने के बाद स्टेन के आखिरी ओवर में भी गेंद छह रन के लिये भेजी।
 

No comments:

Post a Comment