सुनो जवानों इस नंगे की बातों को भले ही तुम्हें सही लगें या गलत लेकिन ये राक्षस इस हद तक ऊपर पकड़ रखते हैं कि तुम्हें जबरन इनकी बातें सुनाई जाएंगी।
सुनो भले आदमियों नंगों से भगवान भी हार जाता है इसलिये देखो हम जैसे पैदा हुए थे वैसे ही अब तक हैं बच्चे की तरह भोले भाले। चलो तुम सब भी नंगे हो जाओ, ये धर्म की बात है।
ये मत सोचना कि हम दोनो छिपा रहें हैं हम तो हवा कर रहे हैं।
हिंदू मुसलमान और अन्य धर्मों को मानने वाले सभी लोग दिल पर हाथ रख कर विचार करिये कि क्या सचमुच नंगापन परमात्मा के निकट ले जाता है? अगर आपके दिल से ये ही बात निकलती है तो चलिये इस दिशा में विचार करा जाए कि हिंदू धर्म में लिंग-योनि पूजा कब और कैसे शुरू हुई ?
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
2 comments:
nice
अनूप मंडल को बधाई इन बेशर्मो की पोल खोलने के लिए मुझे काफी कुछ रुपेश भाई से पता चला लेकिन मई देखना चाहता था आज देख भी लिया की कैसे इनको सुनने वाले/ वाली इन नंगो के चंगुल में है इनको सेंसर करने के लिए सरकार के पास क्या कुछ नियम नहीं हैं .....लेकिन होंगे भी कैसे सरकार भी तो यही चला रहे हैं.............
आपका हमवतन भाई ..गुफरान ( अवध पीपुल्स फोरम फैजाबाद,अयोध्या)
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