विदेह पुत्रीक कमाल,मैथिल के पहिल ई पेपर समाद.



मैथिली का पहला ई पेपर -समाद को विधिवत रूप से लांच कर दिया गया। ये किसी भी भाषा का पहला ई पेपर है जिसे किसी पत्रकार ने, बुद्धिजीवी ने शिक्षाविद ने या तकनिकी के ज्ञाता ने नही अपितु मिथिला पुत्रियों ने अपने गृहणी होने के दायित्व के साथ साथ एक अनूठा प्रयोग कर समस्त विश्व के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है, साबित किया की विदेह मैं आज भी वैदेहियाँ ही हैं।

ई समाद का लांचिंग दिल्ली के प्रेस क्लब में हुआ और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने इस पोर्टल का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देशबंधू अख़बार के स्थानीय सम्पादक अमिताभ अग्निहोत्री जी थे। ई समाद के सम्पादक श्री कुमुद सिंह ने सभी अतिथिगण का स्वागत किया।



पहले ब्लॉग से शुरू हुआ यह प्रयास आगे बढ़ता हुआ साप्ताहिक ई पत्रिका तक पहुंचा और आम लोगों में लोकप्रियता का पर्याय बना। अब जब इसे बकायदा वेब ई पत्रिका का रूप दे दिया गया है तो इसकी पहुँच दुनिया भर में बढेगी और मिथिला की ख़बर समस्त दुनियां में मैथिली में पढ़ा जाएगा, माँ मैथिली के लिए यह नि:संदेह एक शुभ संकेत है।



साभार :- हेलो मिथिला

8 comments:

निर्मला कपिला said...

बहुत अच्छी जानकारी है धन्यवाद्

आभा said...

आनिश्चित रूप से माँ मैथली के लिए यह शुभ संकेत है. आभार

Kusum Thakur said...

ई समाद के लाँच पर हार्दिक शुभकामना और बधाई !!! रजनीश जी आपको इस जानकारी के लिए आभार ।

अनुनाद सिंह said...

सराहनीय कार्य!

anuradha srivastav said...

सराहनीय पहल निशचय ही इससे प्रेरणा लेनी चाहिये।

रंजनी कुमार झा (Ranjani Kumar Jha) said...

मिथिला पुत्रियों के इस सराहनीय और स्तरीय प्रयास के लिए शुभकामना और बधाई

अग्नि बाण said...

बेहतरीन प्रयास,
सभी बहनों को शुभकामना और बधाई

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

प्रतिक्रिया के लिए सभी साथियों को धन्यवाद

Post a Comment