दुर्घटना शिकार के प्रति हमारे दायित्व और अधिकार !!

बीते दिनों मेल से एक जन हितकारी सुचना वितरित की जा रही थी जो मुझे भी मिलीजागरूकता के लिए लोग सक्रिय हैं इस में कोई इनकार नही हो सकता, सिर्फ़ जागरूकता नही अपितु जागरूकता को सार्वजनिक करने की चेष्टा भी

श्री रोहित एन धनानी भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ता हैं, और लोकहित में उन्होंने अपने वक्तव्ये से स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है जो नीचे आप तस्वीर में देख सकते हैं


अमूमन लोग किसी दुर्घटना के बाद किसी की भी सहायता करने से कतराते हैं क्यूँकी इन्हें कानूनी पचडे में नही परना होता है, होता भी यही है कि अगर आपने किसी दुर्घटना के शिकार की मदद की तो डाक्टर से लेकर पुलिस तक आपको ही अपराधी साबित करने में लग जाते हैं और ये ही वजह है कि हम किसी भी तरह के मदद से इनकार कर आगे बढ़ जाते हैं

हमारा अधिकार और दायित्व कहता है कि हम इनलोगों कि मदद जरूर करें जो हमारा कर्तव्य बनता है और हमारी जवाबदेही किसी भी पीड़ित को अस्पताल पहुँचने के बाद समाप्त हो जाती है, ना ही पुलिस और ना ही अस्पताल प्रसाशन हमें किसी भी तरह के लिए मजबूर करता सकता है

निसंदेह जनहितकारी सूचना है जिसके लिए हम श्री रोहित एन धनानी को साधुवाद देते हैं।




4 comments:

Kusum Thakur said...

सच लोग दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को मदद करने से इसलिए घबरातें हैं क्यों कि वे कानून और पोलिस के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते । बहुत अच्छी जानकारी से अवगत कराया है आपने , बहुत बहुत धन्यवाद !!!

रंजनी कुमार झा (Ranjani Kumar Jha) said...

बढ़िया प्रयास,
साधुवाद.

अग्नि बाण said...

रोहित एन धनानी जी और रजनीश भाई आप दोनों को साधुवाद,
सुन्दर प्रयास

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

प्रतिक्रिया के लिए सभी साथियों को धन्यवाद

Post a Comment