बिहार के क्रिकेटरों का वनवास ख़तम !!

बिहार के क्रिकेट खिलाड़ी अब बी सी सी आई से मान्यता प्राप्त टूर्नामेंटों में भाग ले सकेंगे, सालों के वनवास के बाद बिहार क्रिकेट की वापसी पर प्रान्त के सभी जगहों में हर्ष का वातावरण है।

सालों की जद्दोजहद और राजनीति के पेंच में फंसे बिहार क्रिकेट को पिछले साल ही बी सी सी आई से एसोसिअट सदस्य की मान्यता मिली थी।

आनेवाले सत्र के लिए एसोसिअशन ने अंडर १६ और अंडर १९ टूर्नामेंटों के लिए तैयारी शुरू कर दी है। सालो बाद बिहार इन प्रतियोगिता में शामिल होगा। अंडर १६ की टीम दिसंबर में असम जायेगी जहाँ मणिपुर के साथ दो दो हाथ आजमाएगी जबकी अंडर १९ की टीम रायपुर जायेगी जहाँ छत्तीसगढ़ से भिड़ेगी।

ज्ञात हो की जगमोहन डालमियां के समय ही लालू जी बिहार क्रिकेट एसोसिअशन के अध्यक्ष बने थे और राजनीति के पेंच में उलझा बिहार क्रिकेट एक तीसरे ध्रुव कीर्ती आजाद के कारण ग्रहण का शिकार हो गया। ये ऐसी लडाई साबित हुई जिसने बिहार क्रिकेट को चौपट कर डाला। कीर्ति आजाद ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ और फायदे के साथ राजनीति के लिए बिहार क्रिकेट को कोर्ट के गलियारे में ले गए जहाँ से बिहार क्रिकेट के नए पौध गलियों में गम हो गए।

बिहार क्रिकेट की नयी वापसी एक शुभ संकेत है और युवाओं के लिए एक रास्ता।

शुभकामना बिहार क्रिकेट एसोसिसशन।




1 comment:

Kusum Thakur said...

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के लिए और आज के युवा क्रिकेटरों के लिए यह बहुत ही ख़ुशी की बात है ।बिहार क्रिकेट एसोसिएशन को बहुत बहुत बधाई !

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