ब्लोगेरिया से बचने की दवा की खोज,सब ब्लॉगर मे जश्न का माहोल
सारा देश ब्लोगेरिया की चपेट में है यह रोग मानसिक हलचल से शुरु होता हुआ मोहल्ला ,भड़ास ब्लॉग,फुरसतिया जी को अपनी चपेट में ले चुका है यही नही ,अब इसकी पकड़ में न केवल बढे ब्लॉगर है बल्कि हम जैसे छोटे ब्लागरों को भी ब्लोगेरिया अपनी चपेट में ले चुका है !इस भयानक बीमारी से निपटने के लिए हिन्दुस्तान चिटठा सरकार ने एक टीम बनाई थी जिसने इस भयानक बीमारी से निपटने की लिए एक दवाई बनाई है !!कितनी कारगार है यह दवाई देखने की लिए क्लीक करें !!!और बताइए की इस टीम का यह प्रयाश आपको कैसा लगा!!
ब्लोगेरिया से बचने की दवा की खोज,सब ब्लॉगर मे जश्न का माहोल
4 comments:
नोकिया N-70, Babes या कुछ ऐसे ही लेबल भी होते तो क्या फर्क पड़ जाता.... जो लेबल लगा रखे हैं वह टोटका ही साबित हो रहा है संजय भाई....
जय जय भड़ास
बाबू जी श्री जे.सी.फिलिप कहते हैं कि कम से कम दस जगह तो टिप्पणियां देनी ही चाहिये तो इसे लिंक लगी पोस्ट को पढ़ा और टिप्पणी ये रही....
लेबल और पोस्ट्स का आपस में कोई ताल्लुक नहीं है दूसरी बात ब्लागिंग करना रोग नहीं बल्कि मेरी ही नही बल्कि डा.रूपेश के अनुसार विचार-रेचन करके स्वस्थ रहने का उपाय है किन्तु अति सर्वत्र वर्जयेत के अनुसार तो अधिक व्यायाम भी घातक होता है।
संजय भाई क्यों घोड़े की लीद पर धनिया का लेबल लगा कर पेश कर रहे हो यार? इस अजीब सी पोस्ट के साथ लेबल में जस्टिस आनंद सिंह का नाम तो गले से नीचे जा ही नहीं रहा है.... कम से कम कुछ तो रहम करो यार भड़ास पर....
जय जय भड़ास
भाई जो भी हो, संजय जी को पता है कि पोस्ट को बेचा कैसे जाता है, लेबल या लीद के बहाने ही सही.
जय जय भड़ास
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