योग से सत्ता की और बाबा रामदेव का सफर....

एक हकीकत जिसे एक बहादुर पत्रकार ने सामने लाया, मगर क्या ये बहादुरी आम जन तक पहुँची ?

आम लोग बाबा रामदेव को योग गुरु मानते हैं और इसी रूप में जानते हैं, हद तो यहाँ तक की है की इनके चेले से लेकर अनुयायी तक इस ढोंगी रामदेव के हकीकत को स्वीकार करने को तैयार नही।

युवा और तेजतर्रार इंडिया न्यूज़ की पत्रकार ने इस ढोंगी बाबा पर खोजी पत्रकारिता की और इसके तथ्य को सामने रखा मगर.......

बाबा का हस्तक्षेप राजनीति में ही नही अपितु मीडिया में भी है, एक जोरदार हकीकत को रूबरू करवाने वाली इस पत्रिका के इस बाबा अंक को बाजार में नही जाने दिया गया।

मगर बाबा के हर बाजारू हडकत पर भड़ास की पैनी नजर रहती है और बाबा की हकीकत के साथ आप भड़ास पढ़ते रहिये जहाँ साड़ी हकीकत सारी सच्चई सामने आनी है।

जय जय भड़ास

साभार : इंडिया न्यूज़ साप्ताहिक

5 comments:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अग्नि बेटा! पूंजीवादी बाबा रामदेव ने अपना हथकंडा अपनाया और इस अंक को बाजार में आकर जनता तक आने से पहले ही पैसे की ताकत से उठवा लिया। अब प्रकाशक को क्या चाहिये कि उसकी पत्रिका बिके और एक भी अनसोल्ड कापी वापस न आए तो इस बार ऐसा हो गया होगा। अगर प्रकाशक इसके रीप्रिंट भी निकालें तो सारा का सारा खप जाएगा बाबा के आश्रम में :)
लेकिन ईमानदार पत्रकारिता के लिये ये दुःख की बात है। भड़ास अब इस मामले को एक मुहिम की भांति शुरू करेगा और बाबा रामदेव और उनकी धूर्त टीम की कस कर बजाएगा
जय जय भड़ास

Anonymous said...

jo kahana hai khul kar kahiye kya khabar hai aap ke paas baba ram dev ke baare mein fat kyo rahi hai aisi hi bhasha ka istemaal karate hai aap log achchha blog bakwaas bhasha
kiran yadav

शंकर फुलारा said...

श्रीमान आपका हथकंडा सही है पत्रिका भी बिकेगी ब्लौग भी चलेगा

Anonymous said...

bhai aapne jo likha hai vah baba ramdevji ke khilaaf likha hai ya patrika ke prachaar main.india news ki pramanikta par hi mujhe sandeh hai.lekin main yehi kahoonga ki bina kisi aadhar par kisi par dhongi hone ka aarop lagana anuchit karya hai.

Anonymous said...

india today ka yah eddition bik chuka hai ya fir galat article likhne ki vajah se baba dvara leagle karvai ke dar se vapas liya gaya hai? Dono hi surat mai india today ki vishvasniyata khatam ho jati hai.

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