NDTV imagine ऐसा करे तो tv9 क्यों न करें?

समाचार का फालूदा और अचार बनाना तो कोई आजकल के चिरकुटहे समाचार चैनलों से सीखे। जब एक बड़ा सा दिखने वाला चैनल NDTV imagine ऐसा करे तो tv9 क्यों न करें? बात ये है कि बड़े चैनल ने विनोद दुआ को धंधे पर लगाया कि चलो अब तुम पत्रकारिता तो करते नहीं हो इसलिये पेटपूजा छाप कार्यक्रम में ही कुछ कर लो ताकि हमारा समय निकलता रहे और तुम्हारा पेट भरता रहे। इनकी देखादेखी चिरकुटहे चैनल ने भी सोचा कि चलो इसी बहाने हमें इन रेस्टोरेन्ट वालों से चार पैसे भी मिल जाएंगे और हमारे संवाददाताओं को भी ये शिकायत न होगी कि लालाजी खून पी रहे हैं और हमें भूखा मार रहे हैं। पगार मिले न मिले मंदी के दौर में खाना तो मिलेगा और साथ ही मुंबई के कोने-कोपरे में बने इन रेस्टोरेन्ट्स का एडवर्टाइजमेंट भी हो जाएगा। कार्यक्रम का नाम दे दिया “फ़ूड अड्डा” जिसमें कि अभी हाल में दिखाया गया कि कोलाबा स्थित “कोयला” रेस्टोरेन्ट में किस तरह जाकर tv9 नामक चिरकुटहे चैनल के संवाददाता ने कैसे मुफ़्त में अपनी भूख मिटायी।
ये लोग अपने चैनल पर दर्शकों से फ़ीडबैक मांगने के लिये एक फोन नं देते हैं-022 27282827 और एक ई मेल आई डी देते हैं कि बताइये आपको ये कार्यक्रम कैसा लगा। कोई इन पत्रकारिता के नाम पर कलंकों को बताये कि समाचार चैनल पर कोई भी दर्शक तुम्हारे भुखमरे संवाददाताओं की पेटपूजा नहीं देखना चाहता बल्कि चाहता है कि समाचार दिखाए जाएं। क्या इन्हें पता है समाचार किसे कहते हैं?????
अब आप सब भी जरा इस वीडियो में पेटपूजा को समाचारों के रूप में झेल लीजिये।
जय जय भड़ास

4 comments:

Suman said...

दीपावली, गोवर्धन-पूजा और भइया-दूज पर आपको ढेरों शुभकामनाएँ!

अजय मोहन said...

भाईसाहब ये सचमुच आप ही कर सकते हैं पैनी नजर,गहरी सोच,भड़ास से भरा अस्तित्त्व.... ये चिरकुटहे चैनल वाले तो जो दिखाते हैं मजबूरी में लोगों को समाचार के नाम पर झेलना पड़ता है। अब इन्हें बताया जाए कि ये नहीं चलेगा, बढिया वीडियो उठाया है मैंने तो फोन करके फ़ीडबैक दे भी दिया
जय जय भड़ास

मुनेन्द्र सोनी said...

एक नंबर के तोलू हैं साले... जब देखो तब राज ठाकरे की तेल मालिश करते रहते हैं। ये और क्या दिखा सकते हैं समाचार के नाम पर
जय जय भड़ास

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

डाक्टर साहब,
सभी खबरिया चैनल का ये चुतियापा जारी है,
आम आदमी को खबर के बजाय अपने इस सड़े गले बेकार के आयटम को पड़ोस कर अपने चैनल का धंधा करने वाले ये लोग पत्रकारिता तो कर ही नहीं रहे हैं.
जय जय भड़ास

Post a Comment