आप सब देख सकते हैं कि ये पटाखा कुक्कू ब्रान्ड है और स्नेहा फायरवर्क्स का उत्पाद है लेकिन फिर इस पर माता लक्ष्मी का चित्र बना कर लक्ष्मी क्रैकर्स लिखने की क्या आवश्यकता है???
बड़ी ही सीधी सी बात है कि अनूप मंडल के लोग एकत्र होकर यदि हिंदुओं के आराध्य भगवान श्री राम का पुतला सरेआम सड़क पर आकर जला दें तो एक आम हिंदू की क्या प्रतिक्रिया होगी इस बात का अंदाज़ लगाना बिलकुल आसान है। पूरे शहर में दंगा हो जाएगा, कानून अनूप मंडल के एक-एक सदस्य के पीछे पड़ जाएगा। कल दीपावली पर हिंदू भाई देवी लक्ष्मी की पूजा उपासना करते हैं। हमने हर साल देखा है कि सबकी बुद्धि राक्षसों ने इस कदर भ्रष्ट कर रखी है कि घर के अंदर देवी लक्ष्मी के चित्र या मूर्ति की पूजा करके अपनी आस्था प्रदर्शित करते हैं और फिर बाहर आकर बड़े प्रसन्न भाव से उसी लक्ष्मी माता के चित्र को आग लगा देते हैं। आप को लग रहा होगा कि अनूप मंडल के लोग पागल हो गये हैं लेकिन सत्य यही है कि अधिकतर हिंदू भाई ऐसा करते हैं और उन्हें इस बात का एहसास तक नहीं होता। दर असल ये राक्षसों का मायाजाल है जो सभी के दिमाग पर पड़ा है। हिंदू देवी देवताओं की तस्वीर बमों और पटाखों के ऊपर बनाने वाले ये जैन राक्षस व्यापारी इस तरह हमारे देवी-देवताओं की करी गई सगुण उपासना की हमारे ही हाथों से धमाके साथ धज्जियां उड़ा कर मिट्टी में मिलवा देते हैं। जिससे कि सारी उपासना से अंत में लाभ के स्थान पर हानि ही होती है वैभव के स्थान पर दरिद्रता, बीमारियां, अन्जाने कष्ट ही आते हैं ये होता है सीधे ही हमारे हाथों देवी-देवताओं का अपमान कराने का परिणाम।यदि भगवान राम या अन्य देवी-देवताओं के पुतले या चित्र को सड़कों पर खुलेआम जलाने पर हमें कानूनी व सामाजिक तौर पर कड़ा दंड मिलना चाहिये तो क्यों नहीं इस दुष्ट राक्षसों के इस तरह के उत्पादनों पर प्रतिबंध लगता? यदि आप सभी इस विषय में गम्भीरता से सोच सकें तो अवश्य प्रतिक्रिया दें।
इस तरह के देवी-देवताओं, महापुरुषों के चित्रों वाले पटाखों को विक्रेताओं से खरीद कर या ताकत है तो छीन कर बहते पानी में विसर्जित कर दें। यदि पुलिस कार्यवाही करती है तो आप समुचित उत्तर दे सकते हैं कि आपने ऐसा क्यों करा ये कोई लूटपाट नहीं बल्कि अपनी धार्मिक आस्था की रक्षा का मामला है जिसका हक संविधान ने हर भारतीय को दे रखा है। ध्यान रखिये कि पहले इस विषय पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज़ कराएं यदि ऐसे पटाखे जब्त न हों तब ये कार्यवाही करें। कानून अपने हाथ में न लें। विक्रेता, उत्पादन कर्ता, प्रयोगकर्ता सभी दोषी हैं इस मामले में ये अवश्य जान लीजिये। किसी को अधिकार नहीं है कि वह दूसरे नागरिक के धर्म को ऐसे लज्जित करे।
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
3 comments:
nice
धार्मिक आस्था की रक्षा का मामला है जिसका हक संविधान ने हर भारतीय को दे रखा है।
आप सही कह रहे हैं आस्था से खिलवाड़ तो हो ही रहा है साथ ही ये भी सिद्ध करा जा रहा है कि हिंदू(कथित)धर्म के स्वयंभू ठेकेदारों की लगामें भी इन जैसे लोगों के ही हाथों में है। सच लिखा है कि यदि हिंदुओं के आराध्य भगवान श्री राम का पुतला सड़क पर जला दिया जाए तो पूरा देश सुलगने लगेगा... भ्रष्ट बुद्धि का साफ़ उदाहरण।
जय जय भड़ास
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