यशवंत की गुडी गुडी पे भोत से लोग यशवंत की सहला रिये हैं, और इसी सहलाने का फायदा उठाकर यशवंत किस किस की मरेगा ये किसी भी कूँ कूँ करने वाले को पता ही नही चलेगा। ज्यादा दिन नही हुए जब रात के समय यशवंत पुलिस स्टेशन से अपने भैया को फूं पर कह रिया था की मुझे बचा लो, पुलिस मेरे कु बलात्कार के आरोप में पकड़ के ले आयी है, अपना भाई रात तक फोन पर ही रहा, इधर अपना रुपेश भैया उधर रजनीश भाई और पुलिस स्टेशन से ये बहुरुपिया।
अगले दिन पुराने भडासी और मेरे भैया के हरे दादा ने यशवंत का जमानत करवाया। ये ख़बर ऎसी थी जो भैन की पुरे ब्लॉग जगत पर कालिख पोत गयी। फ़िर भी अपना भी इस बहुरूपिये के सफ़ेद चेहरे पर आ कर इसके साथ था। मगर आज, अब हकीकत सामने.........
यशवंत, हिंदी ब्लॉगिंग की दरअसल एक शैतान कथा!
अभी अभी (11:32 AM पर) कविता कृष्णन से बात हुई। कविता ने बताया कि यशवंत ने पीड़ित लड़की को आज सुबह एक एसएमएस किया है। एसएमएस का मजमून है: भगवान ही जानता है कि मैंने कोई ग़लती नहीं की। तुम अपना और अपने परिवार का ख़याल रखो। लड़की डरी हुई है। यह भाषा शातिर धमकी से भरी हुई है। हमें इसका विरोध करना चाहिए और और इस शैतान आदमी के बेकाबू मनोबल को तोड़ने के बारे में सोचना चाहिए।
अभी अभी (11:32 AM पर) कविता कृष्णन से बात हुई। कविता ने बताया कि यशवंत ने पीड़ित लड़की को आज सुबह एक एसएमएस किया है। एसएमएस का मजमून है: भगवान ही जानता है कि मैंने कोई ग़लती नहीं की। तुम अपना और अपने परिवार का ख़याल रखो। लड़की डरी हुई है। यह भाषा शातिर धमकी से भरी हुई है। हमें इसका विरोध करना चाहिए और और इस शैतान आदमी के बेकाबू मनोबल को तोड़ने के बारे में सोचना चाहिए।
चूं चूँ करने वाले पंखे वाले भड़ास के नए बच्चों इसे पढो और हकीकत का दर्शन करो।
जय जय भड़ास
2 comments:
अग्नि आपने सही औकात बता दी इस कमीने की....
जय जय भड़ास
बहुत बढिया बालक,
वैसे इस बुरे समय में हम यशवंत के साथ थे क्योंकि हम भड़ास के साथ थे, और उन दिनों ये नए भडासी नही थे सो पुरानी बातों को इनके सामने रखने के लिए आपको धन्यवाद.
जय जय भड़ास
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