स्लम डाग ही क्यो ....

आस्कर का मापदन्ड क्या है ये भारतीयो के समझ से परे है पूर्व मे स्लम.... से बेहतर हीन्दी फ़ील्मे वहा गई , पर उन्हे इसके काबील नही समझा गया । शायद वहा फ़ील्म से ज्यादा महत्वपूर्ण डाईरेक्टर के चमणी का रन्ग होता है. जय जय भडास

2 comments:

मनोज द्विवेदी said...

isliye ki apne jo likha hai. director gori chamadi ka tha.

Peacemaker said...

कमीने तू बना ऐसी फिल्म

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