दुनिया के नंबर एक हिन्दी ब्लॉग के दावे की पोल खोलता अलेक्सा का डाटा!!!

पंखे वाली भड़ास हमारे भड़ास के आगे नतमस्तक

जब से देखा है भड़ास दुनिया का नंबर एक हिन्दी ब्लॉग सुना है, डाक्टर भइया के साथ रह रह कर कुछ कम्पूटर पर गिटिर पिटिर कर लेता हूँ सो बस देखने बैठा गया ब्लॉग का हाल और बेहाल। सच कहूं तो देख कर चोंक ही गया की पंखे वाला भड़ास ब्लॉग जगत में अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और वास्तविक भड़ास अपनी उपस्थिति बिना किसी ताम झाम के ब्लॉग जगत में दर्ज करा है।

इस परिणाम को देख कर चोंके बिना भी नही रहा की जिस ब्लॉग में साठ प्रतिशत तक की गिरावट है वो कैसे अग्रीगेटर की सूचि में ऊपर चल रहा है। पर तीन सौ फीसदी की बढोतरी के बाद भी हम दुनिया का एक नंबर का हिन्दी ब्लॉग होने का दावा क्यों नही कर सकते।

तो क्या ये साजिश है, और दुकानदारी में हिस्सेदारी ? यानि कि ब्लागवाणी और अन्य हिंदी के एग्रीगेटर्स क्या कर रहे हैं क्या मजबूरी है कि ये सही आंकड़े न दिखा कर दुराग्रह रखते हुए मनमाने तरीके से किसी को भी ऊपर-नीचे बताते हैं???????


आप ख़ुद जरा देखिये इन आंकडों को।

वास्तविक भड़ास लोगों की पहुँच और पढने के साथ साथ रैंक में भी बढोत्तरी दर्ज कर रहा है, तीन सौ प्रतिशत तक की अभूतपूर्व बढोत्तरी, याने की इतिहास रचने की तैयारी



जबकी बनिए की दूकान, पत्रकारों और लोगों के विचारों के लाश पर बनाया गया पंखे वाली भड़ास निरंतर गिरावट के साथ नीचे जा रहा है साठ प्रतिशत की गिरावट के बाद भी कोई कैसे रेस में रह सकता है

अब फ़ैसला तो लोग ही करेंगे की कैसे लाशों पर दुकानदारी करने वाला यशवंत एक नंबर पर है या नही।
आंकडे तो नकार रहे हैं।
अलेक्सा तो ये ही बता रहा है।

जय जय भड़ास

16 comments:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अग्नि बेटा तुम तो बड़े एक्सपर्ट होते जा रहे हो एक दिन लगता है कि रजनीश चाचा के कान कतर लोगे,सफ़लताएं किसे खुशी नहीं देतीं भला; इस सच्ची सफ़लता के लिए,ऊंचाई के लिए सारे भड़ास परिवार को दिल से शुभेच्छा। बात वस्तुतः भड़ास के मूल दर्शन की है जो कि पंखों वाली भड़ास पर यशवंत सिंह ने मार डाला था जो भड़ास की मौत होना स्वाभाविक थी लेकिन हम उस आत्मा को चुरा लाए और होगया भड़ास का पुनर्जन्म..... एक बार फिर से सभी भड़ासियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं
जय जय भड़ास

मोहम्मद उमर रफ़ाई said...

सभी भड़ासियों और गैर भड़ासियों को दिल से मुबारकबाद कुबूल हो ये तो होना ही था। हिंदी के एग्रीगेटर्स की भूमिका तो हमेशा से ही संदिग्ध रही है इनका आंकलन कभी विश्वास के लायक नहीं रहा है।
सत्यमेव जयते
जय जय भड़ास

मुनव्वर सुल्ताना said...

सच्चाई की जीत हुई
मुबारक हो
शुभकामनाएं
खुशी के कारण ज्यादा कुछ लिखते नहीं बन रहा है
जय जय भड़ास

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

सबसे पहले तो अपने बालक भडासी अग्नि पुत्र "अग्नि बाण" को धेरक बधाई और संग ही बधाई भड़ास अरिवार को. गुरुदेव ये तो होना ही था, जीवन्तता भड़ास में है भड़ास Blog में नही.
ये प्रसन्नता का दिवस है सो बस सभी भडासी खुशियाँ मनाएं और जोर से नाद करें.

जय जय भड़ास
जय जय भड़ास

रंजनी कुमार झा (Ranjani Kumar Jha) said...

वाह वाह,
मन प्रफुल्लित हो रहा है, हमारा भड़ास वापस अपने रंग में आ रहा है और वो भी प्रमाण के साथ, इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं मगर डाक्टर साहब तो बस गले लगाने के पात्र हैं जिन्होंने भड़ास को जीवित रखा है,
भड़ास परिवार को ढेरों शुभकामना.
बस ऐसे ही हमारा भड़ास तरक्की और सफलता की सभी बुलंदियों को पार करे.
जय जय भड़ास

अग्नि बाण said...

ह्म्म्म्म्म्म
सभी भडासी आनंदित हो रहे हैं, अरे तभी तो ये सुचना मिलते ही अपुन ने भड़ास पर चेप दिया की वीरू अपुन लो जल्दी ही पंखे वाली भड़ास को संडास में डालने वाला है मालूम, नैइ तो फोटू देख कर विश्वास कर लो.
डाक्टर भैया, रजनीश भाई, आप, दीदी, अब्बा और सारे भडासी लोग बस खुशी मनन शुरू कर दो.
जल्दी हीच अपुन लोग सबसे ऊपर होइंगा.
जय जय भड़ास

अमित जैन (जोक्पीडिया ) said...

आप की बात पढ़ कर मन मयूर नर्तय के लिए मचल उठा है

फ़रहीन नाज़ said...

सभी भड़ासियों को हार्दिक शुभेच्छाएं
हमारी सच्चाई और ईमानदारी से निकली भड़ास रंग लायी
सच्चे का बोलबाला झूठे का मुंह काला

जय जय भड़ास

हिज(ड़ा) हाईनेस मनीषा said...

लाखों मुबारकबाद प्रेषित कर रही हूं सारे अर्धसत्य परिवार की तरफ़ से सारे भड़ास परिवार को पुनः पुनश्च शुभकामनाएं
हिंदी के एग्रीगेटर्स की सत्यता हमेशा ही संदिग्ध रही है वे सभी वणिक किस्म के लोग हैं भड़ासी उन्हें न ही देखा करें तो बेहतर होगा। वहां बस धंधे की ही बात है सही आंकलन हरगिज नहीं है।
जय जय भड़ास

मनोज द्विवेदी said...

MUJHE KHUSHI MILI ITANI
KI MAN ME NA SAMAY.....

रम्भा हसन said...

हिंदी एग्रीगेटर्स भी तो मैथिली जैसे ओछी सोच के संकीर्ण दिमाग के लोग चला रहे हैं जो दुराग्रहों के चलते अपने एग्रीगेटर ब्लागवाणी पर हम भड़ासियों के कोई ब्लाग नहीं दिखाते इन्हें लगता है कि हमारा अस्तित्त्व इनसे हैं लेकिन ये इनका महज भ्रम ही है, पाले रहने दीजिये क्या फ़र्क पड़ता है। भड़ास एक नंबर या दो नंबर की चूहा दौड़ में शामिल न था न होगा। हमारा दर्शन,लोकतांत्रिक सोच और सत्यता ही हमारे होने का आधार है। हम पाखंड और दिखावे के विरुद्ध हैं जिस कारण से हमें ये ऊंचाई हासिल हुई है। सभी भड़ासियों को हार्दिक बधाई
जय जय भड़ास

hradesh said...

sabhi bhadashiyo ko bahut-bahut badhai kyoki jab bgadas blog se mujhe rajneesh ji ka naam lekar yashwant ne bahar ka rashta dikhaya tha us waqt hamare kuch mitron ne mera bhadas par mera saath dekar yashwant ko chetavani di thi ki as bhadas ka aant nikat hai........
jai jai bhadas...

vyom srivastava said...

सालों नौटंकी बाजों कुछ भी करते रहते हो,कोई काम धंदा नही है क्या !
लगे रहे !

अभिषेक आनंद said...

चलो भाई अब तो प्रमाण भी सामने है. वैसे कम धाम नही हो तो नौटंकी करने में भी कोई बुराई नही है, समझे व्योम जी, निठल्ले बैठना ज्यादा बुरा होता है. वैसे आप यहाँ क्या कर रहे है? आपका कोई कम धंधा नही है क्या?????????????

mark rai said...

हमारा भड़ास वापस अपने रंग में आ रहा है और वो भी प्रमाण के साथ, इसके लिए सभी बधाई के पात्र है......ं

चंदन श्रीवास्तव said...

वाह साहब ये तो वाकई अग्नि बाण था. कितनों को जलाकर खाक कर दिया आपने. और हमारे लिए दिए जला दिए अपने अग्निबाण से.

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