कल 6 दिसम्बर है

कल 6 दिसम्बर है यानि कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस का दिन, राम भक्त कहलाने वाले देशद्रोहियों के लिये विजय उत्सव मनाने का दिन और कल ही है बाबा साहब अंबेडकर का निर्वाण दिवस जिसके लिये लाखों की संख्या अंबेडकर प्रेमी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिये दादर में चैत्यभूमि में एकत्र होंगे। मन में आशंका है कि बिना किसी पुख्ता सुरक्षा इंतजाम के अगर फिर दिशा से भटके नौजवानों ने जिन्हें हम बड़ी सहजता से आतंकवादी कह लेते हैं उन्होंने हमला कर दिया तो फिर अनगिनत बेगुनाहों के मारे जाने की आशंका से मन घबराता है। काश कोई उस समस्या का बुनियादी कारण तलाश कर दूर कर पाता जिसके कारण लोगों को आतंकवाद का रास्ता अपनाना पड़ता है।

3 comments:

Himwant said...

आप के शब्द दिल पर चोट करने मे सफल रहे, शायद आप यही चाहते थे। हां बाबा साहाब के जन्म जयंती के बारे मे जान कर उनकी विराट छवि आंखो के सामने आ गई। उनको श्रद्धांजली।

मनोज द्विवेदी said...

aaj bahut kam log hain jo baba saheb ko yad rakh paye hain. apne yaad kiya aur karaya. dhanyabad

रजनीश के झा (Rajneesh K Jha) said...

गुरुवर देखिये देश के प्रेमी किसको याद करता है,
नैतिकता और देशप्रेम सब तो धर्म की बलिवेदी पर चढा दिया गया है.

जय जय भड़ास

Post a Comment