क्या आप अपना वजन घटाना चाहते हैं? यदि हाँ तो ज्यादा देर तक टेलीविजन न देखकर जल्द सो जाइये क्योंकि एक नए अध्ययन में अधिक नींद लेने से वजन कम हो जाने की बात का खुलासा हुआ है।
वॉशिंगटन के वाल्टर रीड आर्मी मेडिकल सेंटर के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने पाया है कि रात में नींद की कमी से व्यक्ति के हार्मोन्स का स्तर गड़बड़ा सकता है जिसकी वजह से अधिक भूख लग सकती है और उपपाचन (मेटाबालिज्म) प्रक्रिया की गति धीमी हो सकती है तथा इसका नतीजा वजन बढ़ने के रूप में निकल सकता है।
अग्रणी अनुसंधानकर्ता डॉ। एर्न एलियासन के अनुसार किसी व्यक्ति का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) नींद की अवधि और इसकी गुणवत्ता से जुड़ा होता है। यदि किसी का बीएमआई 30 या इससे अधिक है तो वह मोटे लोगों की श्रेणी में गिना जाएगा।
अनुसंधानकर्ताओं ने यह बात 14 नर्सों की नींद, उनके ऊर्जा व्यय और उनकी गतिविधियों के विश्लेषण के आधार पर कही है। ये नर्सें वाल्टर रीड में कार्यरत हैं जो हृदय स्वास्थ्य संबंधी एक कार्यक्रम में स्वेच्छा से शामिल हुई थीं।
अनुसंधान करने वालों ने पाया कि जिन नर्सों ने नींद अधिक ली वे अधिक नींद न लेने वाली नर्सों की तुलना में पतली थीं।
अखबार 'द टेलीग्राफ' ने डॉ। एलियासन के हवाले से कहा जब हमने कम अवधि तक सोने वालों और अधिक अवधि तक सोने वालों को लेकर विश्लेषण किया तो पाया कि कम नींद लेने वालों का बीएमआई 28.3 और अधिक नींद लेने वालों का बीएमआई 24.5 यानी कि औसत दर्जे का था।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार नींद की अवधि और गुणवत्ता घटने तथा भूख बढ़ने में तनाव की भूमिका भी अहम होती है जिसका परिणाम वजन बढ़ने के रूप में निकल सकता है।
डॉ। एलियासन ने कहा कि अध्ययन में हमें बहुत सी रोचक बातें देखने को मिलीं जिससे भविष्य की जाँचों के लिए संभावनाओं के द्वार खुलते हैं। प्राथमिक तौर पर हम यह जानना चाहते हैं कि ऐसी कौनसी चीज है, जो वजन संबंधी संचालन कार्य से जुड़ी है और नींद तथा वजन एक दूसरे से जुड़े क्यों प्रतीत होते है।
इस अध्ययन के परिणाम सैन डियागो में अमेरिकन थोरैसिक सोसायटी इंटरनेशनल कान्फ्रेंस में पेश किए गए हैं।
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