अक्सर भड़ास पर लोग इसकी रोग उपचारक क्षमता के कारण लिख कर अपने दिमागी मर्ज़ों से छुटकारा पा जाते हैं। कई भड़ासी जो कि आतंकवाद की त्रासदी भुगत चुके हैं या भुगत रहे हैं भड़ास पर इस विषय में काफ़ी लिख चुके हैं। सच तो ये है कि आतंकवाद का जो रूप सामान्य तौर पर दिखता है कि एक भयानक सी शक्ल वाला व्यक्ति हाथ में बम और बंदूक लेकर बेगुनाहों को कत्ल करे बस वही आतंकवादी है ऐसा बिल्कुल नहीं है। लोग कहते हैं आंखे दिल का आइना होती हैं लेकिन खुद को पुजारी-नमाज़ी और ईश्वर से डरने वाला बता कर हर पल ईश्वर-अल्ला की कसमें खाने वाला या फ़िर बात बात में भगवतगीता या क़ुरआन शरीफ़ का जिक्र करने वाला आदमी अपनी आंखों पर काइंयेपन की इतनी चमकीली पर्त चढ़ा लेता है कि आंखों से धोखा दे लेता है। मैंने हमेशा कहा है कि देश दुनिया में आतंकवाद क्यों है उसका मूल कारण जाने बिना उसको समाप्त नहीं कर सकते लेकिन हाल ही में आतंकवादियों का एक और चेहरा मेरे सामने आया है जिसे एडवोकेट राम जेठमलानी क्षेत्रीय आतंकवादी कहते हैं, इनके नीचे की जमात के कुछ चिरकुट किस्म के लोग होते हैं जिनका आतंकवाद सिर्फ़ उनके घर तक सीमित रहता है ऐसे लोगों के बारे में राम जेठमलानी जी ने कुछ नहीं कहा लेकिन मैं कहता हूं कि घरेलू आतंकवादी भी कम खतरनाक नहीं होते ये समाज और देश की इकाई यानि परिवार पर हमला करते हैं। इनके हथियार बम और बंदूक न होकर कुछ अलग होते हैं जैसे कभी ये रुपए पैसे की ताकत से घर में आतंक मचाता है और कभी पत्नी पर दुष्चरित्रता का आरोप लगा कर उसकी एड्स की जांच करवाता है कभी अपने ही बुजुर्गों को मां-बहन की गालियां देकर उन्हें भड़वा और दलाल बोल कर प्रताड़ित करके सड़कों पर मारे-मारे भटकने के लिये घर से बाहर निकाल देता है, अगर कोई मदद करना चाहे तो उसे धमकाता है कि मेरे आदमी गोली मार देंगे।
ऐसा ही एक चिरकुट, चूतिया, फ़टैल किस्म का घरेलू आतंकवादी जिसकी करतूतों की पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज है जो कि खंजर लेकर घूमता है ताकि इस ढक्कन से डर सकें; मैं ऐसे हर घरेलू आतंकवादी के खिलाफ़ जंग का एलान करता हूं अगर कोई इसकी वकालत करना चाहे तो कर सकता है मुझे कोई एतराज नहीं है। अब इस तरह कि झंडू आतंकवादी भड़ास पर बेनामी टिप्पणियां भी करने लगे हैं इसलिये मुझे ये मोरचा खोलना पड़ रहा है ताकि इन्हें इनकी औकात बतायी जा सके। मैं इस तरह के चूतिया चिरकुटों को मौका देना चाहता हूं कि सुधर जाओ बेटा वरना भड़ास पर जिस दिन नंगा करना शुरू करा उस दिन सीधे अपने बापों की रखैलों की गोद में मुंह छुपाओगे। अब भड़ास की तरफ़ मुंह मत करना वरना पछताओगे ये आखरी चेतावनी है।
जय जय भड़ास
No comments:
Post a Comment