सहयोगी और गैर्सह्योगियों के बीच चल रही खींचातानी के बावजूद नए सरकार ने मनमोहन के नेतृत्व में शपथ लिया और सिंह ने एक नया इतिहास रचा। नेहरू के बाद दुसरे प्रधानमंत्री जिसने अपनी कुर्सी बरकरार रखी ( आर्शीवाद मैडम का की कुर्सी मिला) । एक सादे समारोह में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने मनमोहन और उनके 19 कैबिनेट मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
नए मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री के अलावे प्रणब मुखर्जी, ए के एंटनी, पी चिदंबरम, ममता बनर्जी, शरद पवार, एसएम कृष्णा, गुलाम नबी आजाद, सुशील कुमार शिंदे, वीरप्पा मोइली, जयपाल रेड्डी, कमलनाथ, व्यालार रवि, मीरा कुमार, कपिल सिब्बल, अंबिका सोनी, बीके हांडनिक, आनंद शर्मा, मुरली देवड़ा और सीपी जोशी शामिल हैं। इसके अलावा 5 मंत्रियों को मंगलवार को शपथ दिलाई जाएगी। जिनमें ज्योतिरादित्ये सिंधिया, सलमान खुर्शीद, जतिन प्रसाद, जयराम रमेश और फारूक अब्दुल्ला शामिल हैं।
मनोविज्ञान के प्रोफेसर सी। पी। जोशी पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बनने की तैयारी में हैं। ममता बनर्जी की पांच साल बाद मंत्रिमंडल में वापसी हुई है। इससे पहले वे अटल सरकार में रेलमंत्री थीं। डीएमके की ओर से कोई भी समारोह में शामिल होने नहीं आया।
मंत्री पड़ गवाने वालों में से एचआरडी मिनिस्टर रहे अर्जुन सिंह, जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन, हंसराज भारद्वाज और शीशराम ओला, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ए आर अंतुले प्रमुख हैं।
No comments:
Post a Comment