अमेरिकी शोधकर्ताओं ने हाल ही में एक रिसर्च में कहा है कि तरबूज का असर वायग्रा की तरह होता है। तरबूज में वह सभी गुण मौजूद हैं जो सेक्स ड्राइव बढ़ाने के लिए शरीर पर असर डालते हैं।
भारतीय मूल के वैज्ञानिक के नेतृत्व में अमेरिकी वैज्ञानिकों की टीम ने यह रिसर्च किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि अंग्रेजी में वाटरमेलन, हिंदी में तरबूज, बंगाली में तॉरमूज, मराठी में कलंदर, गुजराती में इंद्रक, और कन्नड़ में करबूजा कहे जाने वाले इस साधारण से फल में वह सभी तत्व मौजूद हैं जो शरीर के ब्लड वेसल्स पर वायग्रा जैसा असर डालते हैं और सेक्स ड्राइव को बढ़ाते हैं।
टेक्सस एएंडएम के फ्रूट और वेजिटेबल इम्प्रूवमंट सेंटर के डायरेक्ट डॉ. भीमनगौडा (भीमू) पाटिल ने कहा- जैसे जैसे हमने तरबूज के बारे में अध्ययन किया हमें पता चला कि यह कोई साधारण फल नहीं। इसमें शरीर के लिए प्रभावकारी प्राकृतिक तत्व मौजूद हैं। अब तक तरबूज के बारे में हम सिर्फ यही जानते थे कि यह तरबूज सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। इसमें 92 प्रतिशत पानी मौजूद होता है और 0 पर्सेंट कैलरी होती है। लेकिन इसके अलावा भी तरबूज से होने वाले फायदों की लिस्ट काफी लंबी है।
उन्होंने बताया कि तरबूज से होने वाला एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि व्यक्ति की सेक्स ड्राइव को बढ़ाता है। बहुत से फलों और सब्जियों में पौषक तत्व मौजूद होते हैं। इन्हें मेडिकल भाषा में पाइथो-न्युट्रिअंट्स कहते हैं, जिनमें ऐसी बायोऐक्टिव क्षमता होती है जो शरीर के साथ आसानी से प्रतिक्रिया करने में सक्षम होते हैं और मानव शरीर पर स्वस्थवर्धक प्रभाव डालते हैं।
3 comments:
भाई जब तक अमेरिकी शोधकर्ता नहीं कहते हमारे देश के लोग मानते ही नहीं है। पूरा बाजार और दिमाग अमेरिका के कब्जे में है। अगर अमेरिकी कल को कह दें कि बिल्ली का गू खाने से सेहत अच्छी बनी रहती है तो भारतीय वो भी खाएंगे क्योंकि अमेरिकी कह रहे हैं। किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी ने इस बिल्ली के गू का व्यवसायिक उत्पादन करना प्रारंभ कर दिया तो हमारे अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सचिन तेंडुलकर वगैरह दौड़ पड़ेंगे जनता को बताने अपने चूतड़ मटका-मटका कर कि उनकी सेहत और सफ़लता का राज है अमुक कंपनी का "बिल्ली का गू"....
जय जय भड़ास
भाई जी रामदेव जी की वजह से लौकी मंहगी हो गई और अब आप तरबूज़ के भाव खराब करवा रहे हैं । मैं बेचारा गरीब आदमी क्या अब सिर्फ नेनुआ खाकर जिऊंगा । भाई लोग अब दिन में दो-दो तरबूज़ खा जायेंगे और दिक्कत भाभियों को होगी ।
जय जय भड़ास
कृष्ण मोहन भाई आप बिलकुल सही फरमा रहे हैं ये अमरीकी इसी तरह का उल्टा-सुल्टा प्रचार करवा कर गरीबों को मुसीबत में डाले रहते हैं(बेचारी भाभियों के लिये भी तरबूज वही असर दिखाएगा या किसी अलग फल पर रिसर्च चल रही है?)
जय जय भड़ास
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