लंबे समय से चली आ रही अटकलों को सही साबित करते हुये डीएमके मुखिया एम करुणानिधि ने अपने छोटे बेटे स्टॉलिन को तमिलनाडु का उप-मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया है। पार्टी में लंबे समय से उन्हें करुणानिधि का उत्तराधिकारी माना जाता रहा है।
करुणानिधि ने 55 वर्षीय स्टॉलिन को उप-मुख्यमंत्री नियुक्त करने के साथ ही उद्योग, सामान्य प्रशासन, राजस्व और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालयों का उत्तरदायित्व भी सौंप दिया। ये सभी मंत्रालय करुणानिधि के पास थे।
राजभवन से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि नये मंत्रालयों के अतिरिक्त ग्रामीण विकास और स्थानीय प्रशासन विभाग भी पहले की ही तरह उन्हीं के पास बने रहेंगे।
इस साल फरवरी में करुणानिधि की पीठ की शल्यचिकित्सा के बाद से ही स्टॉलिन की ताजपोशी की अटकलें गर्म थीं। करुणानिधि की बीमारी की वजह से हाल में सपन्न हुये लोकसभा चुनावों में प्रचार कार्य का जिम्मा स्टॉलिन ने ही संभाल रखा था।
स्टॉलिन पार्टी की युवा शाखा के मुखिया हैं और 1975 में आपातकाल के दौरान जेल जाने की वजह से खबरों में आये थे। करुणानिधि के पिछले कार्यकाल के दौरान 1996 से 2001 तक वो चेन्नै के महापौर भी रह चुके हैं।
गुरुवार को दिल्ली में उनके बड़े भाई एमके अझगिरि को कैबिनेट मंत्री को शपथ दिलाये जाने के अगले ही दिन उनको उपमुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की गई है।
भारतीय लोकतंत्र में परिवार का हावी होना और लोगों पर थोपने की ये ताजा और दमदार शुरुआत है।
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