सीपीएन (यूएमएल) ने वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता माधव कुमार नेपाल के नेतृत्व में मधेशी जनाधिकार मंच के साथ मिलकर रविवार को नई गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके साथ ही माओवादी प्रमुख और कार्यवाहक प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की सत्ता में वापसी के सारे रास्ते बंद हो गए।
सीपीएन (यूएमएल) को देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस का समर्थन हासिल है। सीपीएन यूएमएल ने बीते दो सप्ताह से जारी राजनीतिक गतिरोध को खत्म करते हुए 346 सांसदों के दस्तखत के साथ सदन के अध्यक्ष सुभाष नेमवांग के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। 601 सीटों वाली नेपाली संसद तक पहुंचने के लिए किसी पार्टी को 301 सांसदों का समर्थन हासिल होना जरूरी है।
बदलते परिवेश में राजनीती का बदलता समीकरण नेपाल के लिए आने वाला भविष्य तय करेगा।
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