एग्जिट पोल के साथ भड़ास.

मतदान समाप्त हो गया और बारी एग्जिट पोल की, चुनाव आयोग के आदेश के कारण अब तक ये सिर्फ़ डब्बे में बंद था जैसे लोगों ने अपना मत बंद कर दिया मगर जैसी राजनेता की छटपटाहट परिणाम को लेकर होगी मीडिया इस एग्जिट पोल को प्रसारित करने के लिए छटपटा रही थी।


चलिए एग्जिट पोल भी आ गया और सत्ता के लिए नए समीकरण की तैयारी भी।


आने वाला कुछ दिन जब तक परिणाम न दे दे इसी एग्जिट पोल के सहारे लोकतंत्र को गरमी देगा और यथार्थ या कल्पना मगर एक संभावना की तलाश में माने या ना माने मगर इस आंकडे के साथ सभी खेलते नजर आयेंगे।




एग्जिट पोल के मुताबिक संभावित सीट ग्राफ के सहारे आपके सामने।


अगर सहयोगी की बात करें तो समीकरण कुछ इस प्रकार।

वेब पोर्टल इंगेज वोटर ने जो अपनी संभावना एग्जिट पोल के माध्यम से राखी है उसकी माने तो त्रिशंकु विधान सभा में तीसरा मोर्चा निर्णायक होने जा रहा है। यु पी ऐ के २२७ सीट और एनडीऐ के १८९ सीट सरकार बनाने की राह से कोसो दूर लगते हैं क्यूंकि ११३ के साथ तीसरा मोर्चा निर्णय कर्ता की स्थिति में है।



अगर बात हम व्यक्तिगत सीट की करें तो वहां भी १५२ सीट के साथ कांग्रेस सबसे आगे मगर १४३ सीट के साथ भाजपा ठीक पीछे यानि की लडाई कांटे की।


ये संभावना मात्र नही अपितु बाकायदा क्षेत्र में जा कर इकट्ठे किए गए आंकडे से है और नि:संदेह अगर ये आंकडा हकीकत को जामा पहनाता है तो भ्रष्ट लोकतंत्र का संभावित दौर आगे जारी रहेगा जहाँ सिर्फ़ खरीद बिक्री और सत्ता के लिए किसी भी हद तक जाने की जद्दोजहद।


सरकार कोई भी बनाये, कोई विपक्ष में बैठे।

कोई जीते कोई हारे मगर इस तरह का ढुलमुल परिणाम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की हार मात्र है।

तो क्या सबसे बड़ा लोकतंत्र आने वाले पाँच साल को वापस खरीद बिक्री के साथ झेलेगा ?


परिणाम आने वाला है मगर पप्पू कौन बना ?



साभार :- इंगेजवोटर डाट कॉम

No comments:

Post a Comment